कागजों में दौड़ रही एंटी रोमियो स्क्वॉड
जागरण संवाददाता, मेरठ : पद संभालते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मनचलों को सबक सिखाने के लिए ए
जागरण संवाददाता, मेरठ : पद संभालते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मनचलों को सबक सिखाने के लिए एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया था। जिस मकसद से यह किया गया, वह मेरठ में पूरा होता दिखाई नहीं दे रहा है। यहां मनचले बेकाबू हैं। स्क्वॉड कागजों में दौड़ रही है। आए दिन छेड़छाड़ की वारदातें हो रही हैं, लेकिन स्क्वाड सड़क पर दूर-दूर तक नजर नहीं आती।
स्क्वॉड की एसपी करते हैं मॉनीट¨रग
19 मार्च को नई सरकार आई थी। 22 मार्च को जिलों में एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन हुआ। मेरठ में भी सभी थानों पर स्क्वॉड गठित किया गया है। स्क्वाड में एक एसआइ, दो पुरुष कांस्टेबल और दो से तीन महिला कांस्टेबल शामिल हैं। स्क्वॉड का काम स्कूल-कॉलेजों व सार्वजनिक स्थानों पर चेकिंग कर शोहदों की खबर लेना है। इसके लिए समय भी निर्धारित किया गया है। मेरठ में जिला स्तर पर एसपी क्राइम को नोडल अधिकारी बनाया हुआ है, जो स्क्वॉड की मॉनीट¨रग करते हैं।
14 हजार शोहदे तो मिले, गिरफ्तारी किसी की नहीं
पिछले वर्ष स्क्वॉड ने स्कूल-कॉलेज व सार्वजनिक स्थानों पर चेकिंग कर करीब 14 हजार शोहदे पकड़े, लेकिन उनमें गिरफ्तारी लायक एक भी नहीं निकला। स्क्वॉड ने सभी के चेतावनी देकर छोड़ दिया। स्क्वॉड के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल करीब साढ़े 12 हजार बार स्कूल, कॉलेज, पार्क व मॉल पर चेकिंग अभियान चलाया गया। करीब 60 हजार संदिग्धों से पूछताछ की गई।
वीआइपी ड्यूटी व वाहन न होने से परेशान स्क्वॉड
हर महीने एसएसपी की ओर से एंटी रोमियो स्क्वॉड के स्टाफ की ब्रीफिंग ली जाती है। किन्हीं कारणों से पिछले महीने ब्रीफिंग नहीं हो सकी थी। गुरुवार को पुलिस लाइन में बैठक के दौरान कप्तान ने अपराध की समीक्षा के साथ-साथ स्क्वॉड की स्टेटस रिपोर्ट तलब की। स्क्वॉड के स्टाफ ने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को छोड़कर जिलेभर की स्क्वॉड के पास कोई वाहन नहीं है। इसके चलते उन्हें बाइक या अन्य विकल्प अपनाकर चेकिंग पर जाना पड़ता है। आए दिन लगने वाली वीआइपी ड्यूटी के चलते भी चेकिंग शेड्यूल बिगड़ने का हवाला दिया गया।
इनसेट
दिसंबर 2017 में महिलाओं के खिलाफ अपराध का आंकड़ा
दहेज हत्या - 5
बलात्कार - 13
शीलभंग - 1
अपहरण - 20
छेड़छाड़ - 40
दहेज उत्पीड़न - 40
हत्या - 1
चेन स्नेचिंग - 3
वर्जन ...
स्क्वॉड के पास वाहन की कमी है, इससे इन्कार नहीं किया जा सकता। बाइक या अन्य वाहन से चेकिंग में जाने वाले स्क्वॉड को सरकारी तेल मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं। बेहद जरूरी होने पर ही स्क्वॉड के जवानों की वीआइपी ड्यूटी लगाई जाएगी।
- मंजिल सैनी, कप्तान