जीआईसी मेरठ बनेगा स्मार्ट क्लास का मॉडल
हर जिले में एक-एक राजकीय इंटर कॉलेज को स्मार्ट क्लास से सुसज्जित करते हुए डिजिटल शिक्षा के मॉडल के तौर पर विकसित किया जाएगा।
मेरठ। शिक्षा के क्षेत्र में राजकीय स्कूलों को मॉडल के तौर पर विकसित करने की योजना बनाई गई है। इस कड़ी में हर जिले में एक-एक राजकीय इंटर कॉलेज को स्मार्ट क्लास से सुसज्जित करते हुए डिजिटल शिक्षा के मॉडल के तौर पर विकसित किया जाएगा। मेरठ में राजकीय इंटर कॉलेज मेरठ को इस बाबत चुना गया है। पिछले दिनों मेरठ आए शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने इस योजना की घोषणा की थी। उसके बाद ही सभी जिलों से एक-एक राजकीय इंटर कॉलेजों के नाम मागे गए थे। इन स्कूलों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्मार्ट क्लास, प्रोजेक्टर, वाई-फाई, इंटरनेट की तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके साथ ही आईसीटी लैब को विकसित किया जाएगा। जिससे गणित और विज्ञान के पाठ्यक्रम को कंप्यूटर बेस्ड लर्निंग में तब्दील किया जा सके। इसके साथ ही भूगोल सहित अन्य विषयों को भी डिजिटल माध्यम से पढ़ाने की शुरुआत की जाएगी जिससे बच्चों को पढ़ने के लिए कंटेंट की कमी न हो। इसी साल से यूपी बोर्ड ने माध्यमिक स्कूलों में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के लिए एनसीईआरटी का सिलेबस लागू किया है। कुछ शिक्षकों को यह सिलेबस पढ़ाने में दिक्कत भी आ रही है। इसको देखते हुए कंप्यूटर बेस्ड लर्निंग की ओर सभी शिक्षकों को बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जिससे ऑनलाइन उपलब्ध एनसीईआरटी की सारी किताबें सभी शिक्षकों व बच्चों को आसानी से मुहैया हो सके और स्कूल भी बाजार में किताबों के न मिलने पर एनसीईआरटी की वेबसाइट से डाउनलोड कर बच्चों को पढ़ा सकें। इस बाबत शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी जिसके लिए मंडल स्तर पर कुछ शिक्षकों को मिलाकर एक टीम गठित की जा रही है। जल्द ही सप्ताह में एक दिन शिक्षकों की ट्रेनिंग के लिए तय किया जाएगा।