जर्मन सैलानियों से बस कंडक्टर ने किया ऐसा सुलूक, हाईवे पर मांगनी पड़ी लिफ्ट
उत्तराखंड रोडवेज बस के कंडक्टर ने जर्मन सैलानियों को हाईवे पर उतार दिया। सैलानी जोड़े को हाईवे से दिल्ली के लिए कोई सवारी नहीं मिली। वो काफी देर तक लिफ्ट मांगते रहे।
By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 02:38 PM (IST)Updated: Wed, 19 Dec 2018 02:38 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। हरिद्वार और ऋषिकेश से घूमकर दिल्ली जा रहे जर्मनी के सैलानी जोड़े को नेशलल हाईवे-58 स्थित पल्लवपुरम फेज-वन के सामने उत्तराखंड रोडवेज बस से नीचे उतार दिया गया। भैंसाली बस अड्डे तक बस जानी थी, लेकिन जर्मन युगल ने शहर में जाने से इन्कार कर दिया। इसके बाद उनको हाईवे पर उतार कर बस शहर की ओर चली गई।
कई शहरों में घूमे
जर्मनी के फ्लाईफोर्ड सिटी निवासी नीको और लारा ने बताया कि वह 20 दिन पूर्व जर्मनी से दिल्ली पहुंचे थे। भारत के कई शहरों में उन्होंने भ्रमण किया। पांच दिन पूर्व वह उत्तराखंड के हरिद्वार और ऋषिकेश घूमने के लिए निकले थे। मंगलवार को हरिद्वार से दिल्ली के लिए उत्तराखंड की बस में सवार हुए। मोदीपुरम पहुंचने पर बस कंडक्टर ने उनसे कहा कि बस शहर के अंदर से भैंसाली डिपो जाएगी। इस पर युगल ने रोडवेज बस स्टैंड जाने से इन्कार कर दिया। बस चालक ने युगल को पल्लवपुरम फेज-वन के सामने हाईवे पर उतार दिया।
पैदल ही दिल्ली रवाना
देर शाम होने पर दिल्ली जाने वाली बस हाईवे पर नहीं रुकी। वहीं, उन्होंने प्राइवेट गाड़ी को भी रुकने का इशारा किया, मगर एक भी गाड़ी नहीं रुकी। इसके बाद जर्मन सैलानी पैदल ही दिल्ली की ओर रवाना हो गया। इंस्पेक्टर जनक सिंह चौहान क कहना है कि सैलानियों को हाईवे पर उतारने की कोई जानकारी नहीं मिली।
कई शहरों में घूमे
जर्मनी के फ्लाईफोर्ड सिटी निवासी नीको और लारा ने बताया कि वह 20 दिन पूर्व जर्मनी से दिल्ली पहुंचे थे। भारत के कई शहरों में उन्होंने भ्रमण किया। पांच दिन पूर्व वह उत्तराखंड के हरिद्वार और ऋषिकेश घूमने के लिए निकले थे। मंगलवार को हरिद्वार से दिल्ली के लिए उत्तराखंड की बस में सवार हुए। मोदीपुरम पहुंचने पर बस कंडक्टर ने उनसे कहा कि बस शहर के अंदर से भैंसाली डिपो जाएगी। इस पर युगल ने रोडवेज बस स्टैंड जाने से इन्कार कर दिया। बस चालक ने युगल को पल्लवपुरम फेज-वन के सामने हाईवे पर उतार दिया।
पैदल ही दिल्ली रवाना
देर शाम होने पर दिल्ली जाने वाली बस हाईवे पर नहीं रुकी। वहीं, उन्होंने प्राइवेट गाड़ी को भी रुकने का इशारा किया, मगर एक भी गाड़ी नहीं रुकी। इसके बाद जर्मन सैलानी पैदल ही दिल्ली की ओर रवाना हो गया। इंस्पेक्टर जनक सिंह चौहान क कहना है कि सैलानियों को हाईवे पर उतारने की कोई जानकारी नहीं मिली।
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