गोवंश शिफ्ट करने को गोशाला का विस्तार शुरू
परतापुर स्थित कान्हा उपवन गोशाला में तीन गोवंश की मौत के बाद नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की नींद टूटी है। क्षमता से अधिक गोवंश को सात दिन के भीतर दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के लिए गोशाला विस्तार का काम पूरा होगा।
मेरठ, जेएनएन। परतापुर स्थित कान्हा उपवन गोशाला में तीन गोवंश की मौत के बाद नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की नींद टूटी है। क्षमता से अधिक गोवंश को सात दिन के भीतर दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के लिए गोशाला विस्तार का काम पूरा होगा।
नगर आयुक्त डॉ. अरविद चौरसिया और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके सिंह रविवार को दोपहर में गोशाला पहुंचे। वहीं सुबह से ही सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिह, निर्माण विभाग से सहायक अभियंता राजपाल यादव, कंकरखेड़ा डिपो प्रभारी जयद्रथ और पशु चिकित्सक डॉ. अजय सिंह पहले से मौजूद थे। दोनों अधिकारियों ने गोशाला में बीमार गोवंशों को देखा। पशु चिकित्सक से उनके उपचार की रिपोर्ट ली। इसके बाद गोशाला के बगल में सालभर से अधूरे निर्माण को पूरा कराने के लिए ठेकेदार अतुल दीक्षित व राकेश गौड़ को सात दिन का अल्टीमेटम दिया। दरअसल, टिनशेड और बाउंड्रीवाल का निर्माण पहले हो चुका है। सिर्फ खड़ंजा लगाना है और गोवंशों के चारे के लिए चरही का निर्माण, जलनिकासी के लिए नाली का निर्माण होना है। इसके अलावा जहां गोवंश रखे गए हैं वहां जलनिकासी के लिए दोबारा नालियों के निर्माण का निर्देश दिया है। टूटी बाउंड्रीवाल और गेट भी लगाया जाएगा।
नगर आयुक्त ने कहा कि गोशाला में क्षमता से अधिक गोवंश हैं। उनको शिफ्ट करने के लिए गोशाला के बगल में दूसरे टिनशेड के नीचे निर्माण शुरू कराया गया है। सात दिन में काम पूरा होने पर लगभग 75 गोवंश यहां पर शिफ्ट कर दिए जाएंगे। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एके सिंह ने कहा कि जिन पशुओं की मौत हुई है, वह एक्सीडेंट के घायल थे।
भूसे के लिए बनेगा टिनशेड
गोशाला में खुले में पड़े भूसे पर फिलहाल तिरपाल डाला गया है। सड़ा भूसा निकालकर बाहर कर दिया गया है। इसके साथ ही परिसर में ही भूसे के लिए नया टिनशेड बनाने के लिए नाप-जोख की गई है। यह काम भी एक सप्ताह के भीतर पूरा किया जाएगा।