Ganga Expressway: गंगा एक्सप्रेस-वे के काम में मानसूनी बारिश बनी 'विलेन', महाकुंभ से पहले कैसे शुरू होगा रोड!
Ganga Expressway Update News इस महाकुंभ पर मेरठ से प्रयागराज का सफर गंगा एक्सप्रेस−वे से शुरू करने की योजना प्रदेश सरकार की है। विलंब से आई बरसात ने इसका काम रोक दिया है। कार्यदायी एजेंसी ने एक अक्टूबर से तेजी से काम शुरू करने की योजना बनाई है। 15 में से 12 किमी सड़क तैयार की जा चुकी है। तीन फ्लाईओवर के पुल तैयार है लेकिन एप्रोच रोड अधूरी है।
अनुज शर्मा, जागरण मेरठ। प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ से पहले प्रदेश सरकार मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले सिक्स लेन ग्रीनफील्ड गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा कराना चाहती है। इसके लिए दिसंबर 2024 की समय सीमा निर्धारित की गई है लेकिन देर से आई बरसात ने इसके निर्माण को ठिठका दिया है।
लगभग दो महीने से एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य प्रभावित था। अब कार्यदायी एजेंसी ने एक अक्टूबर से तेजी से काम शुरू करने की तैयारी की है। दावा है कि समय से काम पूरा कर लिया जाएगा लेकिन मौके पर जो स्थितियां हैं उनसे नहीं लगता कि दिसंबर तक काम पूरा कर लिया जाएगा। मेरठ जनपद की सीमा में भले ही निर्माण की स्थिति अच्छी हो लेकिन आगे के जनपदों में यह नियंत्रण से बाहर है। गढ़ के पास गंगा नदी पर बन रहा पुल मार्च तक पूरा करने दावा किया जा रहा है।
594 किमी दूरी, 12 जिले और छह घंटे का सफर
- मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक जाने वाला सिक्स लेन गंगा एक्सप्रेस-वे 594 किमी लंबा है।
- यह 12 जनपदों से गुजरेगा और दावा है कि छह घंटे में प्रयागराज तक पहुंचा देगा।
- प्रदेश सरकार इसका निर्माण यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के माध्यम से करा रही है।
- जनवरी 2025 से प्रयागराज में महाकुंभ होना है।
- सरकार ने इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण उससे पहले पूरा कराने का लक्ष्य रखा है ताकि श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिल सके।
बरसात ने रोका रास्ता, पुल बने एप्रोच अधूरी, बननी है तीन किमी सड़क
गंगा एक्सप्रेस-वे हापुड़ रोड के किमी 16 से शुरू हो रहा है। मेरठ जनपद में यह 15 किमी लंबा है। गढ़ मुक्तेश्वर तक इसके हिस्से का निर्माण एलएंडटी कंपनी कर रही है। 15 किमी में से 12 किमी सड़क तैयार हो गई है लेकिन बकाया तीन किमी सड़क में बाधाएं और पुल शामिल हैं। एक कब्रिस्तान में खड़े पेड़ बाधा थे। जिन्हें हाल ही में जिला प्रशासन ने नीलाम करके कटवा दिया है।
पानी भरने के कारण सड़क निर्माण के लिए मिट्टी की व्यवस्था नहीं हो पाई। दो फ्लाई ओवर के पुल तैयार हैं। दोनों की एक एक साइड की एप्रोच रोड तैयार है। दूसरी अधूरी है। मेरठ-बुलंदशहर हाइवे से गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए इंटरचेंज का पुल भी तैयार है। एक लूप तैयार कर लिया गया है। तीन रेंप में से एक पर काम शुरू कर दिया गया है। काली नदी पर बने पुल को शुरू कर दिया गया है।
टोल प्लाजा का निर्माण तेज, गंगा नदी का पुल कराएगा लेट
मेरठ जनपद के गांव खड़खड़ी की सीमा में टोल प्लाजा का निर्माण कराया जा रहा है। 16 लेन के स्थान पर अब यह 8 लेन का बनेगा। इसकी बिल्डिंग का काम चल रहा है। टोल बूथों के फाउंडेशन तैयार हो गए हैं। टोल प्लाजा के दोनों ओर बनने वाली कंक्रीट की सड़क 80 फीसद बना लेने का दावा है। मेरठ जनपद की सीमा से आगे गढ़ मुक्तेश्वर में गंगा नदी पर पुल का निर्माण किया जा रहा है। अभी इसके पिलर भी पूरे नहीं हो सके हैं। इसके मार्च तक पूरा होने की संभावना जताई जा रही है। यह पुल प्रदेश सरकार के लक्ष्य में बाधा बनेगा।
एक अक्टूबर से निर्माण पकड़ेगा गति
कार्यदायी एजेंसी एलएंडटी ने बरसात से आई बाधा के असर को समाप्त करने के लिए अब एक अक्टूबर से तेज गति से काम शुरू कराने की तैयारी की है। दावा किया जा रहा है कि मेरठ जनपद की सीमा में जो कार्य बाकि हैं उन्हें दिसंबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए अतिरिक्त श्रमिक व संसाधन लगाए जाएंगे। साइट प्रभारी सतीश जांगड़े ने बताया कि मेरठ जनपद की सीमा में गंगा एक्सप्रेस-वे का कार्य निर्धारित समय में पूरा कर लिया जाएगा। बरसात के कारण उन स्थानों पर पानी भर गया जहां से मिट्टी उठाई जानी थी।
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सौर ऊर्जा से काम करेगा टोल प्लाजा, कटान रोकेगी वेटिवर घास
गंगा एक्सप्रेस-वे पर सफर करके मेरठ आने वाले वाहनों से टोल वसूली के लिए खड़खड़ी गांव में टोल प्लाजा बन रहा है। इसे सौर ऊर्जा से रोशन किया जाएगा। यहां 25 किलोवाट बिजली उत्पादन का सोलर प्लांट लगेगा। वहीं एक्सप्रेस-वे के किनारों को कटान से बचाने के लिए वेटिवर घास लगाई जा रही है। यह घास प्रयागराज से मंगाई जा रही है। प्रथम चरण में 3 लाख वर्ग मीटर क्षेत्रफल में यह घास लगाई जा चुकी है।