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Ganesh Chaturthi 2021: मेरठ और आसपास घरों और पंडालों में धूमधाम से मनाया गया गणपति देव का प्राकट्य दिवस

Ganesh Chaturthi 2021 वेस्‍ट यूपी के जिलों में भी शुक्रवार को गणपति देव का प्राकट्य दिवस का बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। घरों और पंडालों में गजानन महाराज पधारे। अनेक स्थानों पर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गई।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Fri, 10 Sep 2021 05:07 PM (IST)Updated: Fri, 10 Sep 2021 06:22 PM (IST)
Ganesh Chaturthi 2021: मेरठ और आसपास घरों और पंडालों में धूमधाम से मनाया गया गणपति देव का प्राकट्य दिवस
गणेश चतुर्थी के मौके पर गणपति देव उत्‍साह के साथ स्‍थापित किए गए।

मेरठ, जागरण संवाददाता। हिंदू और जैन समुदाय के प्रमुख पर्वों का शुक्रवार को आरंभ हुआ। जगह-जगह पंडालों में और घरों में गणपति देव का प्राकट्य दिवस मनाया गया। गणपति देव का अभिषेक किया गया और मोदको का भोग लगाया गया। लगातार सात दिनों तक गणपति प्रकट उत्सव मनाया जाएगा। आदर्श नगर कल्याणी मोहल्ले में सिद्धिविनायक मंदिर में गणपति भगवान को 1001 मोदको का भोग लगाकर अर्चन किया गया। मेरठ के रजबन में गाजे बाजे के साथ गणपति को विराजमान किया गया।

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उत्तम क्षमा धर्म की आराधना

वहीं दूसरी ओर दिगंबर जैन धर्म के भक्तों ने शुक्रवार को उत्तम क्षमा धर्म की आराधना की। आनंदपुरी, असौड़ा हाउस तीरगरान, महावीर जयंती भवन समेत सभी मंदिरों में पूजा-अर्चना हुई 19 सितंबर तक चलने वाले 10 लक्षण पर्व में अलग-अलग धर्मों की उपासना जैन समाज के लोग करेंगे। इस दौरान व्रत और संयम का विशेष रूप से पालन किया जाएगा।

सहारनपुर में अनेक स्थानों पर गणेश उत्सव आरंभ

सहारनपुर के गंगोह में शुक्रवार को गणेश चर्तुथी पर अनेक स्थानों पर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गई तथा पूजा-अर्चना भी आरंभ कर दी गई है। गणेश उत्सव का यह कार्यक्रम दस दिन तक चलेगा। नगर में भी गणेश उत्सव की धूम आरंभ हो गई हे। नगर में अनेक स्थानों पर शुक्रवार को कार्यक्रम आरंभ किए गए। अनुष्ठान के साथ गणेश जी महाराज की प्रतिमाओं की स्थापना कराई गई। मोहल्ला राम बाग कालोनी में स्थापित गणेश प्रतिमा को पूजा अर्चना के बाद स्थापित किया गया।

कोरोना गाइडलाइन का पालन

पूजा में अंकित ऐरन, अंकित नामदेव के अलावा अन्य श्रद्धालु व महिलाएं मौजूद रहे। मोहल्ला कानूनगोयान स्थित अजय गुप्ता के यहां पं. अमित शर्मा ने पूजन संपन्न कराया। सुरेश गुप्ता, सुनील कुमार, आकाश, नितिन सिंघल, राखी, रेणू, आरती विमला देवी आदि शामिल रहे। इस वर्ष भी गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए पूजा पाठ किए गए। श्रद्धालुओं ने मूर्ति स्थापना के साथ ही भजन-कीर्तन भी किया। कार्यक्रम दस दिन तक लगातार चलेगा। स्थापना के बाद से ही वातावरण भक्ति मय होना आरंभ हो गया है।

सजी सिद्धि विनायक की प्रतिमा

मुजफ्फरनगर के खतौली में सिद्धि विनायक भगवान श्री गणपति के जन्मोत्सव को लेकर खासा उत्साह है। बाजार में सिद्धि विनायक की प्रतिमा सजी है। श्रद्धालु भगवान गणपति की प्रतिमा की स्थापन के लिए खरीदारी कर रहे है। समस्त कष्टों को हरने वाले विघ्न विनाशक सिद्धिविनायक भगवान श्री गणपति के जन्मोत्सव की तैयारियां चल रही है। यहां बाजार में भगवान गणपति की प्रतिमा सजी है। जिससे चहल-पहल दिखाई दे रही है।

दूर दराज से मंगाई गई प्रतिमाएं

श्रद्धालु भगवान गणपति की प्रतिमा की खरीदारी कर रहे है। पूजा अर्चना के बीच विधि-विधान से घर पर भगवान गणपति की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। प्रतिमा विक्रेता विनोद लोधी का कहना है कि भगवान गणपति की प्रतिमाओं को मेरठ, दिल्ली, आगरा व लखनऊ से मंगवाया है। सिद्धि विनायक की प्रतिमा की कीमत 50 रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक है। श्रद्धालु घरों में भगवान गणपति की प्रतिमा की स्थापना के लिए खरीदारी कर रहे है।

शामली में भी मंदिरों-घरों में विराजे विघ्नहर्ता

शामली: प्रथम पूज्य विघ्नहर्ता भगवान गणेश मंदिरों एवं घरों में विराजमान हो गए हैं। पूजा-अर्चना के साथ लड्डुओं का भोग लगाया गया और शाम को आरती की गई। दस दिन तक श्रद्धालु बप्पा के भक्ति रस में सराबोर रहेंगे और चतुर्दशी तिथि को विदाई दी जाएगी। हालांकि कुछ श्रद्धालु पहले भी मूर्ति का विसर्जन करते हैं। चहुंओर गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया की गूंज रही। गणेश चतुर्थी को लेकर पिछले कई दिन से तैयारियां हो रही थी। बाजारों में बप्पा की छोटी-बड़ी मूर्तियां श्रद्धालुओं ने ली। साथ ही पूजन सामग्री की भी खरीददारी की गई। पिछले साल कोरोना की पहली लहर चरम पर थी। ऐसे में गणेश चतुर्थी पर सामूहिक आयोजन नहीं हुए थे। इस बार अधिक तो नहीं, लेकिन कुछ मंदिरों में गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। शुक्रवार को सुबह से ही घरों में तैयारियां शुरू हो गई थी। विधि-विधान के साथ मूर्ति स्थापित की औ धूप, दीप, पान, सुपारी, नारियल आदि सामग्री से पूजन किया। सिद्धपीठ मंदिर में भी गणपति की बड़ी मूर्ति स्थापित की गई है। दस दिन तक पूजा-अर्चना एवं आरती होगी।


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