जर्जर शवदाह स्थल पर नहीं होगा अंतिम संस्कार
मुरादनगर के दर्दनाक हादसे के बाद नगर निगम अधिकारियों की भी नींद टूटी।
मेरठ, जेएनएन। मुरादनगर के दर्दनाक हादसे के बाद नगर निगम अधिकारियों की भी नींद टूटी। वह मंगलवार को श्मशान घाटों के निरीक्षण पर पहुंचे तो उन्हें नई बस्ती लल्लापुरा के श्मशान घाट का एक शवदाह स्थल जर्जर अवस्था में मिला। सुरक्षा की दृष्टि से इस शवदाह स्थल पर शव के अंतिम संस्कार पर नगर निगम ने रोक लगा दी है। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि जल्द टेंडर कर इसका जीर्णोद्धार किया जाएगा।
मंगलवार को नगर आयुक्त के निर्देश पर सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह ने सूरजकुंड स्थित श्मशान घाट और मुख्य अभियंता यशवंत कुमार ने नई बस्ती लल्लापुरा के श्मशान घाटों का निरीक्षण किया। मुख्य अभियंता यशवंत कुमार ने बताया कि नई बस्ती लल्लापुरा में चार श्मशान घाट हैं। जिसमें एक बच्चा श्मशान घाट है। शेष तीन श्मशान घाटों के छह शवदाह स्थलों पर अंतिम संस्कार किया जाता है। तीनों श्मशान घाटों की बाउंड्री अलग-अलग है। छह में से एक शवदाह स्थल की छत व बीम जर्जर अवस्था में पायी गई है। इसमें शवों के अंतिम संस्कार पर रोक लगा दी गई है। यहां अंतिम संस्कार न कराने के लिए क्षेत्रीय पार्षद और चौकीदार से भी कह दिया गया है। नोटिस चस्पा करने के निर्देश अवर अभियंता को दे दिए हैं। इसके अलावा एक और शवदाह स्थल का टिन शेड टूटा मिला है। बैठने के स्थान पर छत कमजोर पायी गई है। यह सभी 15 से 20 साल पुराने निर्माण हैं। मुख्य अभियंता ने कहा कि इन सभी क्षतिग्रस्त शवदाह स्थलों का पुन: निर्माण कराया जाएगा। नगर आयुक्त को रिपोर्ट दे दी है। जल्द टेंडर कर निर्माण कार्य शुरू किए जाएंगे। वहीं, सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह ने बताया कि सूरजकुंड श्मशान घाट पर शवदाह स्थलों व बैठने के स्थान पर जर्जर निर्माण नहीं मिला है। अधिकांश टिनशेड का स्ट्रक्चर है। जो ठीक अवस्था में है। साफ-सफाई समेत अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने का निर्देश संचालन करने वाली समिति को दिया गया है। कंकरखेड़ा श्मशानघाट की स्थिति भी ठीक मिली है। खड़ौली स्थित श्मशान घाट में छत का प्लास्टर गिर गया है। सोमवार को पार्षद रेनू सैनी ने इसकी जानकारी नगर निगम अधिकारियों को दी थी। मुख्य अभियंता का कहना है कि बुधवार को यहां टीम भेजी जाएगी।