गंगा किनारे बेटे को आखिरी बार देख बिलख पड़ी मां
जागरण संवाददाता, मेरठ : एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में सोमवार को हुई ¨हसा में
जागरण संवाददाता, मेरठ : एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में सोमवार को हुई ¨हसा में मारे गए अंकुर के शव का मंगलवार को बृजघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंकुर के परिवार को एक बस में बैठाकर बृजघाट पर ले जाया गया। जैसे ही मां ने अंकुर का शव देखा तो वह बिलख पड़ी। वहीं, पिता सौदान और भाई का भी रो-रोकर बुरा हाल था। शव को मुखाग्नि भाई ने दी।
भावनपुर थानाक्षेत्र के गांव हसनपुर कदीम निवासी सौदान का बेटा अंकुर सोमवार को आंदोलन में शामिल होने के लिए मेरठ आया था। कचहरी के पास आंबेडकर चौराहे पर जब आंदोलन चल रहा था तो कुछ उपद्रवी कचहरी में घुस गए थे। वकीलों के चेंबर में तोड़फोड़ की गई तो दोनों तरफ से पथराव और गोलीबारी हुई। इसके बाद पुलिस ने भी उपद्रवियों पर गोली चलाई। एक गोली अंकुर को जा लगी। हालांकि अभी तक यह नहीं पता है कि गोली किसकी लगी। बताया जा रहा है कि उपद्रवियों की ही गोली अंकुर को लगी। अंकुर की दिल्ली के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। कोई बवाल न हो, इसलिए अंकुर के शव का पोस्टमार्टम गाजियाबाद कराया गया था। इसके बाद मंगलवार को शव का अंतिम संस्कार परिवार की सहमति से बृजघाट पर किया गया। प लिस सुरक्षा में बृजघाट गया परिवार
मंगलवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे परिवार के लोगों को एक बस के जरिए बृजघाट ले जाया गया। परिवार में पिता सौदान सिंह, मां, भाई, चाची, पूर्व प्रधान जगबीर और गांव के अन्य 30 लोग शामिल थे। बस में चार सिपाहियों को भी भेजा गया। इनका कहना है..
अंकुर के शव का बृजघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया है। यह परिवार की सहमति से ही किया गया है। पुलिस मेरठ से लेकर बृजघाट तक उनके साथ रही है।
- राजेश कुमार, एसपी देहात।