Complete lockdown: डीएम का दावा, मेरठ में अच्छा रहा पूर्ण लॉकडाउन का परिणाम Meerut News
डीएम अनिल ढींगरा का दावा है कि सप्ताह में दो दिन पूर्ण लॉकडाउन का अच्छा परिणाम सामने आ रहा है। इस प्रयास से जनपद में कोरोना संक्रमण में कमी आई है।
मेरठ, जेएनएन। डीएम अनिल ढींगरा का दावा है कि सप्ताह में दो दिन पूर्ण लॉकडाउन का अच्छा परिणाम सामने आ रहा है। इस प्रयास से जनपद में कोरोना संक्रमण में कमी आई है। नए मरीजों कम आए, वहीं संक्रमित लोगों के ठीक होने की गति तेज हुई है। गुरुवार को जनपद में कोरोना के एक्टिव मरीज मात्र 95 बचे हैं।
111 चालान, फिर भी बेलगाम
लॉकडाउन का पालन कराने के लिए भले ही शहर में 93 स्थानों पर पुलिस बैरियर स्थापित हों लेकिन गुरुवार को पूर्ण लॉकडाउन के बावजूद पुलिस वाहनों की दौड़ पर लगाम नहीं लगा सकी। अफसर भी सड़कों पर घूमते रहे लेकिन वाहन फिर भी नहीं रुके।
पुलिस अधिकारियों का दावा है कि दिन भर 9 मुकदमे लॉकडाउन के उल्लंघन की धारा में दर्ज किए गए और 111 वाहनों का चालान किया गया।
इनका कहना है
पूर्ण लॉकडाउन का असर दिखाई देने लगा है। जनपद में कोरोना संक्रमण सीमित होता दिखाई देने लगा है। जनपद की जनता लॉकडाउन में पूरा सहयोग कर रही है। कुछ शरारती तत्व पूर्ण लॉकडाउन के बावजूद वाहन लेकर सड़कों पर बेवजह दौड़ते हैं। अब ऐसे लोगों पर सख्ती की योजना बनाई जा रही है।
- अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी
कैसा पूर्ण लॉकडाउन...सड़कों पर वाहन दौड़े बेलगाम
कोरोना वायरस की कड़ी तोड़ने के लिए जिले में हर सोमवार और गुरुवार को पूर्ण लॉकडाउन प्रशासन की ओर से लागू किया गया है। शुरुआत में इसका सख्ती से पालन किया और कराया भी गया, लेकिन अब पूर्ण लॉकडाउन भी बेअसर हो गया है। इससे पहले सोमवार को और अब गुरुवार को भी पूर्ण लॉकडाउन फेल रहा। शहर के भीतर और बाहरी मार्गों पर वाहनों की दौड़ पर अंकुश नहीं लग सका। दिनभर वाहन बेलगाम दौड़े। हालांकि बाजारों, गली मोहल्ले की दुकानों के साथ अधिकांश गतिविधियां पूर्ण रूप से बंद रहीं। उद्योगों में भी कामगारों की गतिविधियां नियंत्रित रहीं।
गुरुवार को लॉकडाउन का पालन कराने के लिए नए एडीजी राजीव भी सुबह ही आइजी और एसएसपी के साथ शहर की सड़कों पर निकले। वहीं, डीएम अनिल ढींगरा ने भी शहर में घूमकर पुलिस फोर्स को सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। सब्जी फल की बिक्री करने वाले ठेले भी आज सड़कों पर नहीं दिखाई दिए। केवल दवा की दुकानें खुली मिली अथवा दूध बिक्री करने वाली इक्का दुक्का डेयरी। पेट्रोल पंप खुले थे लेकिन वहां ग्राहक नहीं थे। शहर की सड़कों पर सुबह नगर निगम के कर्मचारी सफाई करते दिखाई दिए और दिन में बिजली विभाग के कर्मचारी दौड़ते रहे।