‘मेक इन इंडिया’ के नाम पर यूएसए की महिला से छह लाख का फ्रॉड
मेेेेरठ में बचपन की सहेली ने एक व्यक्ति के साथ मिलकर न्यूयॉर्क में रहने वाली महिला को मेक इन इंडिया के नाम पर फंसाया।
By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 09 Jun 2019 11:32 AM (IST)Updated: Sun, 09 Jun 2019 11:32 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। न्यूयॉर्क में रहने वाली महिला से मेक इन इंडिया के नाम पर छह लाख रुपये की ठगी कर ली गई। पीड़िता ने एसएसपी से शिकायत की है।
यह है मामला
मेडिकल के शास्त्रीनगर निवासी शालिनी शर्मा की शादी न्यूयॉर्क के कनेक्टिकट सिटी में रहने वाले अनित शर्मा से हुई है। अनित वहां एक कंपनी के डायरेक्टर हैं। बकौल शालिनी, उनकी बचपन की सहेली जागृति विहार निवासी सीमा त्यागी ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री के प्रोजेक्ट मेड इन इंडिया के जरिए वह यूएसए से रेल इंजन के पार्ट्स बनारस में सप्लाई कर सकते हैं। दरअसल, बनारस में रेल इंजन का काम होता है। सीमा त्यागी ने उन्हें भरोसा दिया कि उनका लाइसेंस भी बनवा दिया जाएगा। शालिनी शर्मा यूएसए से मेरठ पहुंचीं तो सीमा ने उनकी मुलाकात आजमगढ़ के समीर कपूर से कराई। समीर का असली नाम अफताब बताया जाता है। समीर ने शालिनी को रेलवे विभाग में पार्ट्स सप्लाई का लाइसेंस दिलाने का भरोसा दिलाया। साथ ही बनारस रेलवे विभाग से कॉल कराई, जिसके बाद एक लाख रुपये ले लिए। पांच लाख रुपये की आरटीजीएस करा दी। शालिनी अपने भाई संजय शर्मा के साथ बनारस रेलवे वर्कशॉप पहुंचीं तो पता चला कि लाइसेंस के लिए उनका कोई आवेदन नहीं हुआ है। तभी से समीर कपूर गायब है। सीमा त्यागी से संपर्क कर समीर से रकम वापस मांगी तो तीन अप्रैल को उसने रकम देने से इन्कार कर दिया। शालिनी ने कप्तान नितिन तिवारी से मिलकर मामले की जानकारी दी।
इन्होंने बताया
शिकायत के बाद एसपी क्राइम के निर्देशन में साइबर सेल टीम को लगा दिया है। आजमगढ़ के एसएसपी से संपर्क कर समीर कपूर उर्फ आफताब की जानकारी जुटाई जा रही है। सीमा त्यागी के संपर्क में समीर कैसे आया, इसकी पड़ताल कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
- नितिन तिवारी, एसएसपी मेरठ
यह है मामला
मेडिकल के शास्त्रीनगर निवासी शालिनी शर्मा की शादी न्यूयॉर्क के कनेक्टिकट सिटी में रहने वाले अनित शर्मा से हुई है। अनित वहां एक कंपनी के डायरेक्टर हैं। बकौल शालिनी, उनकी बचपन की सहेली जागृति विहार निवासी सीमा त्यागी ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री के प्रोजेक्ट मेड इन इंडिया के जरिए वह यूएसए से रेल इंजन के पार्ट्स बनारस में सप्लाई कर सकते हैं। दरअसल, बनारस में रेल इंजन का काम होता है। सीमा त्यागी ने उन्हें भरोसा दिया कि उनका लाइसेंस भी बनवा दिया जाएगा। शालिनी शर्मा यूएसए से मेरठ पहुंचीं तो सीमा ने उनकी मुलाकात आजमगढ़ के समीर कपूर से कराई। समीर का असली नाम अफताब बताया जाता है। समीर ने शालिनी को रेलवे विभाग में पार्ट्स सप्लाई का लाइसेंस दिलाने का भरोसा दिलाया। साथ ही बनारस रेलवे विभाग से कॉल कराई, जिसके बाद एक लाख रुपये ले लिए। पांच लाख रुपये की आरटीजीएस करा दी। शालिनी अपने भाई संजय शर्मा के साथ बनारस रेलवे वर्कशॉप पहुंचीं तो पता चला कि लाइसेंस के लिए उनका कोई आवेदन नहीं हुआ है। तभी से समीर कपूर गायब है। सीमा त्यागी से संपर्क कर समीर से रकम वापस मांगी तो तीन अप्रैल को उसने रकम देने से इन्कार कर दिया। शालिनी ने कप्तान नितिन तिवारी से मिलकर मामले की जानकारी दी।
इन्होंने बताया
शिकायत के बाद एसपी क्राइम के निर्देशन में साइबर सेल टीम को लगा दिया है। आजमगढ़ के एसएसपी से संपर्क कर समीर कपूर उर्फ आफताब की जानकारी जुटाई जा रही है। सीमा त्यागी के संपर्क में समीर कैसे आया, इसकी पड़ताल कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
- नितिन तिवारी, एसएसपी मेरठ
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