डाकघर के अफसरों से सेटिंग कर RD के आठ लाख रुपये पत्नी के खाते में ट्रांसफर कराए, आठ पर केस Meerut News
डाकघर में फ्राड का बड़ा मामला सामने आया है। सौतेले भाई ने बहन और पत्नी का एक ही नाम होने का फायदा उठाते हुए बहन की आरडी के आठ लाख रुपए पत्नी के खाते में ट्रांसफर करा लिए।
मेरठ, जेएनएन। देहलीगेट थाना क्षेत्र के घंटाघर स्थित सिटी प्रधान डाकघर में आठ लाख का फ्रॉड हो गया। आरडी की रकम सौतेले भाई ने डाकघर के अफसरों से मिलकर पत्नी के खाते में जमा करा ली। पीड़िता की तहरीर पर सीनियर और डिप्टी पोस्टमास्टर, डिस्पैच लिपिक समेत आठ पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया। दो आरोपितों ने अदालत में अग्रिम जमानत को अर्जी डाली, जिसे सुनवाई के बाद कोर्ट ने निरस्त कर दिया।
RD की रकम पत्नी के खाते में ट्रांसफर कराई
टीपीनगर थाना क्षेत्र के रोहटा रोड स्थित जीपी स्ट्रीट शिवपुरम में चंद्रपाल की बेटी अंजलि अपने सौतेले भाई गोविंद के साथ रहती है। पिता चंद्रपाल की मौत हो चुकी है। चंद्रपाल ने बेटी के नाम देहलीगेट स्थित सिटी प्रधान डाकघर में एक आरडी कराई थी, जिसका समय जुलाई में पूरा हो गया। सौतेले भाई गोविंद ने सीनियर पोस्टमास्टर और डिप्टी पोस्टमास्टर रतन, डिस्पैच लिपिक सीमा से साठगांठ कर आरडी का चेक लेकर अपनी पत्नी के खाते में रुपए 8,18,037 का भुगतान करा लिया। दरअसल, गोविंद की पत्नी का नाम अंजलि और उसके पिता का नाम भी चंद्रपाल है।
तो पता चला कि भुगतान हो चुका है
रोहटा रोड स्थित पीएनबी की शाखा में चेक से रकम हासिल कर ली गई। आरडी स्वामी अंजलि 10 जुलाई को डाकघर चेक लेने पहुंची तो पता चला कि भुगतान भी हो चुका है। अंजलि की तहरीर पर देहली गेट थाना में सीनियर, डिप्टी पोस्टमास्टर, डिस्पैच लिपिक, सौतेले भाई गोविंद , भाभी अंजलि, अंजलि के पिता चंद्रपाल, भाई अंकित और आरजू के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। अंजलि और गोविंद ने अदालत में अग्रिम जमानत को अर्जी डाली। सुनवाई के बाद अदालत ने जमानत अर्जी खारिज कर दी।
एसपी क्राइम के सामने पेश हुई अंजली
रिटायर्ड हेड कांस्टेबल स्व.चंद्रपाल ने बेटी अंजली की शादी भी पुलिसकर्मी से ही की थी। विवाद के चलते अंजली पति से अलग रिश्तेदारी में रहती है। सौतेले भाई गोविंद और अंजली में आठ लाख की रकम को लेकर विवाद चल रहा है। अंजली के सौतेले भाई गोविंद की पत्नी का नाम भी अंजली है। उनके पिता का नाम भी चंद्रपाल है। वह भी पुलिस में हेड कांस्टेबल हैं, जिसकी ड्यूटी कचहरी में रहती है। शुक्रवार को एसपी क्राइम रामअर्ज के सामने अंजली पेश हुई। उसने बताया कि आरोपित अंजली के पिता चंद्रपाल मुकदमे को प्रभावित कर रहे हैं। पुलिस उनके कहने पर आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है।
हेडकांस्टेबल भी धोखाधड़ी के मुकदमे में नामजद
एसओ देहली गेट रवेंद्र कुमार ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर हेडकांस्टेबल के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। प्रवर अधीक्षक डाकघर मेरठ मंडल पीडी रैगर ने कहा कि इस मामले में उनसे किसी ने अभी तक कोई शिकायत नहीं की है। डाक विभाग में शिकायत पर विभागीय जांच कराई जाती है। जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेंगे। पुलिस अपनी जांच अलग करेगी। वहीं एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि डाकघर के अफसरों की मिलीभगत से ही आठ लाख का चेक अन्य को सौंप दिया, जिसका भुगतान हो चुका है। पुलिस ने पीड़ित युवती की तरफ से मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपितों की धरपकड़ को दबिश डाली जाएगी।