खुशखबरी! मेरठ से प्रयागराज और लखनऊ के लिए हवाई उड़ान जल्द
यह मेरठवासियों के लिए बेहद खुशी का मौका है, शहर से उनका हवाई यात्रा का सपना जल्द पूरा होने जा रहा है। मेरठ से प्रयागराज और लखनऊ के लिए उड़ान शुरू होगी।
By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 11:42 AM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 11:42 AM (IST)
मेरठ,जेएनएन। हवाई यात्रा की उम्मीद छोड़ चुके मेरठ के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब वे हवाई जहाज से लखनऊ और प्रयागराज जा सकेंगे। भारत सरकार की उड़ान योजना ‘रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम’में मेरठ को शामिल कर लखनऊ और प्रयागराज के लिए दो रूट तय किए गए हैं। 13 फरवरी से ई-टेंडर डलने शुरू होंगे। 27 फरवरी को कंपनी को विमान उड़ाने के लिए पत्र भी जारी कर दिया जाएगा।
विमानन कंपनियां ई-बिड डाल सकेंगी
अन्य हवाई रुट शुरू करने के लिए अब तक तीन टेंडर निकाले जा चुके हैं और उन पर कार्य भी चल रहा है,लेकिन मेरठ को तीसरे टेंडर में ही शामिल करते हुए इसे 3.1 बिड नाम दिया गया है। यानी,एक तरह से यह तीसरे बिड का ही भाग हो गया है। इससे यहां भी जल्द काम शुरू हो सकेगा। योगी और मोदी सरकार की गंभीरता को देखते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसके लिए टेंडर भी आमंत्रित कर दिया है। 13 और 14 फरवरी को विमानन कंपनियां ई-बिड डाल सकेंगी। 25 फरवरी को फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। इसमें चयनित कंपनी को 27 फरवरी को विमान उड़ाने की अनुमति के लिए लेटर ऑफ इंटेंट दिया जाएगा।
100 करोड़ से पट्टी का विस्तार 72 सीटर होगा विमान
रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत 72 सीटर एटीआर विमान भी उड़ाया जा सकेगा। इस विमान को उड़ाने के लिए हवाई पट्टी का विस्तार करना होगा। इसके लिए जीएमआर की एनओसी मिल गई है,लिहाजा पट्टी का विस्तार भी किया जा सकेगा। जीएमआर से एनओसी न मिलने से ही रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में शामिल नहीं किया जा सका था। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने उम्मीद जताई कि इसके लिए केंद्र सरकार जल्द ही 100 करोड़ रुपये जारी करेगी।
हमारी कोशिश, कुंभ समापन से पहले शुरू करें 18 सीटर विमान
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी का कहना है कि उनकी मांग पर सरकार ने गंभीरता बरती है। इसे 3.1 बिड में शामिल करना बड़ी सफलता है। इस बिड के तहत बड़े विमान उड़ने में कुछ वक्त लगेगा लेकिन मेरी कोशिश है कि कुंभ समापन से पहले यहां से कम से कम 18 सीटर विमान की सेवा शुरू करा दी जाए। उन्होंने बताया कि वह मंत्रलय व विभिन्न विभागों के संपर्क में हैं,उम्मीद है कि उनकी मांग मान ली जाएगी। जब तक बड़े विमान की सेवा शुरू नहीं होती है तब तक छोटे विमान की सेवा मौजूदा हवाई पट्टी से जारी रखी जाए।
दस दिन में ही खुल जाता है एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम
डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने बताया कि 18 सीटर विमान उड़ाने के लिए भी फायर ब्रिगेड,एंबुलेंस व सुरक्षा की व्यवस्था करनी होगी। ये सेवाएं राज्य सरकार अपने स्तर से दे सकती है। वहीं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया आठ-दस दिन में अस्थाई एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम चालू कर लेता है। इन सब विकल्पों को वह उच्च स्तर पर रख चुके हैं।
उद्यमियों ने किया स्वागत,बोले अब इंडस्ट्री भरेगी उड़ान
एसजी स्पोर्ट्स कंपनी के वाइस चेयरमैन त्रिलोक आनंद ने कहा कि यह सबसे बड़ी खुशखबरी है। पहले चरण में लखनऊ व प्रयागराज का रूट बना,यह भी काफी है। धीरे-धीरे मुंबई और पहाड़ी क्षेत्रों के लिए भी विमान सेवा शुरू हो जाएगी। इससे उद्योग जगत को बड़ा फायदा मिलेगा। दिल्ली एयरपोर्ट जाने में बड़ा वक्त लगता था,अब आना-जाना आसान हो जाएगा। स्पोर्ट्स हब बन चुके मेरठ में अब खेल जगत की तमाम हस्तियां भी आती रहेंगी। स्टैग इंटरनेशल स्पोर्ट्स कंपनी के निदेशक राकेश कोहली ने कहा कि मेरठ के लिए अच्छे दिन आएंगे। भले ही दो रूट मिले हैं लेकिन कुछ तो शुरुआत हुई। अब लोगों को प्रयागराज जाने के लिए सहूलियत हो जाएगी। इससे इंडस्ट्री को बड़ा फायदा मिलेगा।
टेंडर प्रक्रिया : कब और क्या
विमानन कंपनियां ई-बिड डाल सकेंगी
अन्य हवाई रुट शुरू करने के लिए अब तक तीन टेंडर निकाले जा चुके हैं और उन पर कार्य भी चल रहा है,लेकिन मेरठ को तीसरे टेंडर में ही शामिल करते हुए इसे 3.1 बिड नाम दिया गया है। यानी,एक तरह से यह तीसरे बिड का ही भाग हो गया है। इससे यहां भी जल्द काम शुरू हो सकेगा। योगी और मोदी सरकार की गंभीरता को देखते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसके लिए टेंडर भी आमंत्रित कर दिया है। 13 और 14 फरवरी को विमानन कंपनियां ई-बिड डाल सकेंगी। 25 फरवरी को फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। इसमें चयनित कंपनी को 27 फरवरी को विमान उड़ाने की अनुमति के लिए लेटर ऑफ इंटेंट दिया जाएगा।
100 करोड़ से पट्टी का विस्तार 72 सीटर होगा विमान
रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत 72 सीटर एटीआर विमान भी उड़ाया जा सकेगा। इस विमान को उड़ाने के लिए हवाई पट्टी का विस्तार करना होगा। इसके लिए जीएमआर की एनओसी मिल गई है,लिहाजा पट्टी का विस्तार भी किया जा सकेगा। जीएमआर से एनओसी न मिलने से ही रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में शामिल नहीं किया जा सका था। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने उम्मीद जताई कि इसके लिए केंद्र सरकार जल्द ही 100 करोड़ रुपये जारी करेगी।
हमारी कोशिश, कुंभ समापन से पहले शुरू करें 18 सीटर विमान
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी का कहना है कि उनकी मांग पर सरकार ने गंभीरता बरती है। इसे 3.1 बिड में शामिल करना बड़ी सफलता है। इस बिड के तहत बड़े विमान उड़ने में कुछ वक्त लगेगा लेकिन मेरी कोशिश है कि कुंभ समापन से पहले यहां से कम से कम 18 सीटर विमान की सेवा शुरू करा दी जाए। उन्होंने बताया कि वह मंत्रलय व विभिन्न विभागों के संपर्क में हैं,उम्मीद है कि उनकी मांग मान ली जाएगी। जब तक बड़े विमान की सेवा शुरू नहीं होती है तब तक छोटे विमान की सेवा मौजूदा हवाई पट्टी से जारी रखी जाए।
दस दिन में ही खुल जाता है एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम
डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने बताया कि 18 सीटर विमान उड़ाने के लिए भी फायर ब्रिगेड,एंबुलेंस व सुरक्षा की व्यवस्था करनी होगी। ये सेवाएं राज्य सरकार अपने स्तर से दे सकती है। वहीं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया आठ-दस दिन में अस्थाई एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम चालू कर लेता है। इन सब विकल्पों को वह उच्च स्तर पर रख चुके हैं।
उद्यमियों ने किया स्वागत,बोले अब इंडस्ट्री भरेगी उड़ान
एसजी स्पोर्ट्स कंपनी के वाइस चेयरमैन त्रिलोक आनंद ने कहा कि यह सबसे बड़ी खुशखबरी है। पहले चरण में लखनऊ व प्रयागराज का रूट बना,यह भी काफी है। धीरे-धीरे मुंबई और पहाड़ी क्षेत्रों के लिए भी विमान सेवा शुरू हो जाएगी। इससे उद्योग जगत को बड़ा फायदा मिलेगा। दिल्ली एयरपोर्ट जाने में बड़ा वक्त लगता था,अब आना-जाना आसान हो जाएगा। स्पोर्ट्स हब बन चुके मेरठ में अब खेल जगत की तमाम हस्तियां भी आती रहेंगी। स्टैग इंटरनेशल स्पोर्ट्स कंपनी के निदेशक राकेश कोहली ने कहा कि मेरठ के लिए अच्छे दिन आएंगे। भले ही दो रूट मिले हैं लेकिन कुछ तो शुरुआत हुई। अब लोगों को प्रयागराज जाने के लिए सहूलियत हो जाएगी। इससे इंडस्ट्री को बड़ा फायदा मिलेगा।
टेंडर प्रक्रिया : कब और क्या
- टेंडर डालने की शुरुआत - 13 फरवरी
- टेंडर की अंतिम तिथि - 14 फरवरी
- टेक्निकल बिड खोलने की तिथि - 23 फरवरी
- फाइनेंशियल बिड खोलने की तिथि - 25 फरवरी
चयनित विमानन कंपनियों की घोषणा और उन्हें लेटर ऑफ इंटेंट देना - 27 फरवरी
ये रूट हुए तय
- लखनऊ- मेरठ
- मेरठ- लखनऊ
- प्रयागराज- मेरठ
- मेरठ- प्रयागराज
हवाई अड्डे की जमीनी हकीकत
- वर्तमान में हवाई पट्टी की लंबाई - 1500 मीटर
- वर्तमान में हवाई पट्टी की चौड़ाई - 23 मीटर
- एयरपोर्ट के लिए आवश्यक भूमि - 503 एकड़
- हवाई पट्टी का हस्तांतरण - 47 एकड़
- राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहीत भूमि - 86 एकड़
इनका कहना है
यह बड़ी खुशी की बात है। मैं लगातार इस प्रयास में लगा था। अब योगी सरकार व मोदी सरकार की प्राथमिकता से मेरठ का चयन आरसीएस में हो गया है और वह भी 3.1 बिड में। मेरी कोशिश है कि कुंभ समापन से पहले यहां से 18 सीटर विमान सेवा भी शुरू हो जाए।
- डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा
रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के 3.1 बिड में शामिल करके मोदी और योगी सरकार ने मेरठ को बड़ा तोहफा दिया है। इससे जल्द ही हवाई पट्टी का विस्तार शुरू हो जाएगा। मैंने इसके लिए नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा से मिलकर उनका आभार भी जताया है।
- राजेंद्र अग्रवाल,सांसद
मेरठ के लोग लंबे समय से विमान सेवा की मांग कर रहे थे। योगी और मोदी सरकार ने यह सपना पूरा कर दिया। सांसद जी का प्रयास सफल रहा। फैसला देरी से हुआ लेकिन खुश करने वाला है।
- सोमेंद्र तोमर,विधायक,भाजपा
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें