विवेक तिवारी हत्याकांड : बर्खास्त सिपाही की पत्नी के खाते में आया पांच लाख का चंदा
एपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के आरोपित बर्खास्त सिपाही की पत्नी के खाते में एक ही दिन में पांच लाख रुपये जमा हुए हैं।
By Ashu SinghEdited By: Published: Mon, 01 Oct 2018 03:05 PM (IST)Updated: Mon, 01 Oct 2018 03:46 PM (IST)
मेरठ (जेएनएन)। एपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या करने के आरोपित बर्खास्त कांस्टेबल प्रशांत चौधरी की पत्नी के एकाउंट में एक दिन में पांच लाख से ज्यादा रुपये जमा कराए गए हैं। पांच सौ व एक-एक हजार रुपये कई बार में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए खाते में आए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ये रुपये आरोपित के साथी पुलिसकर्मी केस में उसकी मदद के लिए जमा करा रहे हैं।
मेरठ की रहने वाली है पत्नी
कांस्टेबल प्रशांत चौधरी की पत्नी राखी का खाता किनौनी शुगर मिल में स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच में है। इस खाते में 30 सितंबर को ही 5.28 लाख रुपये आए हैं। इससे पहले बैलेंस मात्र 447.26 रुपये था। आज सुबह 10.15 बजे का बैलेंस 5,28,000.78 रुपये है। इस बाबत जब बैंक मैनेजर से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इनकार कर दिया। खाते में रुपये आने का क्रम अब भी जारी है। राखी रोहटा थाना क्षेत्र के भदौड़ा गांव की रहने वाली है। आरोपित कांस्टेबल बुलंदशहर के उंचागांव का रहने वाला है।
बर्खास्त आरोपित सिपाही की मदद को अब चंदा जुटाने का अभियान
विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद अपनी ओर से एफआइआर दर्ज कराने के लिए थाने में हंगामा करने वाले बर्खास्त आरोपित सिपाही प्रशांत चौधरी और उसकी पत्नी के पक्ष में अब साथी सिपाहियों के उतर आने से पुलिस अनुशासन पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। वैसे तो पुलिस का कोई संगठन नहीं है लेकिन, उन्होंने अपनी ओर से उसकी मदद के लिए सोशल मीडिया पर चंदा जुटाने का अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।
सोशल मीडिया पर अपील
विवेक तिवारी की हत्या के बाद जिस तरह के विरोधाभासी बयान आये उसने भी पुलिस की अनुशासनहीनता की कलई खोल दी। डीजीपी ओपी सिंह से लेकर लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने हत्या के आरोपित सिपाहियों को जेल भेजने के बयान दिए जबकि सिपाही थाने में जाकर अपने पक्ष में पुलिसकर्मियों को लामबंद कर रहा था। इसके बाद वह पत्नी के साथ जवाबी एफआइआर दर्ज कराने के लिए थाने भी पहुंच गया। आखिरकार उसे जेल भेजा गया लेकिन, अब उसके साथियों ने खुले तौर पर सिपाहियों को उसके पक्ष में लामबंद करना शुरू कर दिया है। उसके एक साथी रोहित पाल ने, जो कि खुद भी सिपाही बताया जाता है, फेसबुक पर प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार की मदद के लिए अपील की है कि उसके बैच के 40 हजार सिपाही यदि सौ रुपये भी मदद कर दें तो मुकदमा लड़ने के लिए अच्छी-खासी रकम जमा हो जाएगी। उसकी ओर से दावा किया गया है कि पुलिसवाले पांच करोड़ रुपये प्रशांत की मदद के लिए इकट्ठा करेंगे। प्रशांत की पत्नी राखी मलिक का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का खाता नंबर और एक अन्य संदीप राणा का खाता नंबर भी जारी किया गया है।
मेरठ की रहने वाली है पत्नी
कांस्टेबल प्रशांत चौधरी की पत्नी राखी का खाता किनौनी शुगर मिल में स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच में है। इस खाते में 30 सितंबर को ही 5.28 लाख रुपये आए हैं। इससे पहले बैलेंस मात्र 447.26 रुपये था। आज सुबह 10.15 बजे का बैलेंस 5,28,000.78 रुपये है। इस बाबत जब बैंक मैनेजर से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इनकार कर दिया। खाते में रुपये आने का क्रम अब भी जारी है। राखी रोहटा थाना क्षेत्र के भदौड़ा गांव की रहने वाली है। आरोपित कांस्टेबल बुलंदशहर के उंचागांव का रहने वाला है।
बर्खास्त आरोपित सिपाही की मदद को अब चंदा जुटाने का अभियान
विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद अपनी ओर से एफआइआर दर्ज कराने के लिए थाने में हंगामा करने वाले बर्खास्त आरोपित सिपाही प्रशांत चौधरी और उसकी पत्नी के पक्ष में अब साथी सिपाहियों के उतर आने से पुलिस अनुशासन पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। वैसे तो पुलिस का कोई संगठन नहीं है लेकिन, उन्होंने अपनी ओर से उसकी मदद के लिए सोशल मीडिया पर चंदा जुटाने का अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।
सोशल मीडिया पर अपील
विवेक तिवारी की हत्या के बाद जिस तरह के विरोधाभासी बयान आये उसने भी पुलिस की अनुशासनहीनता की कलई खोल दी। डीजीपी ओपी सिंह से लेकर लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने हत्या के आरोपित सिपाहियों को जेल भेजने के बयान दिए जबकि सिपाही थाने में जाकर अपने पक्ष में पुलिसकर्मियों को लामबंद कर रहा था। इसके बाद वह पत्नी के साथ जवाबी एफआइआर दर्ज कराने के लिए थाने भी पहुंच गया। आखिरकार उसे जेल भेजा गया लेकिन, अब उसके साथियों ने खुले तौर पर सिपाहियों को उसके पक्ष में लामबंद करना शुरू कर दिया है। उसके एक साथी रोहित पाल ने, जो कि खुद भी सिपाही बताया जाता है, फेसबुक पर प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार की मदद के लिए अपील की है कि उसके बैच के 40 हजार सिपाही यदि सौ रुपये भी मदद कर दें तो मुकदमा लड़ने के लिए अच्छी-खासी रकम जमा हो जाएगी। उसकी ओर से दावा किया गया है कि पुलिसवाले पांच करोड़ रुपये प्रशांत की मदद के लिए इकट्ठा करेंगे। प्रशांत की पत्नी राखी मलिक का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का खाता नंबर और एक अन्य संदीप राणा का खाता नंबर भी जारी किया गया है।
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