Fitness Mantra: इन खास व्यायाम से बदल जाएगी आपके शरीर की रंगत, जानिए क्या होनी चाहिए दिनचर्या
हर एक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य की ओर विशेष ध्यान रखना चाहिए। यहां बता दें कि अच्छा स्वास्थ्य केवल अच्छे भोजन से नहीं मिलता है। बल्कि अच्छे विचार अनुशासित दिनचर्या और नियमित व्यायाम से प्राप्त होता है ।
[विवेक राव] मेरठ। कहते हैं स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास रहता है। इसलिए हर एक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य की ओर विशेष ध्यान रखना चाहिए। यहां बता दें कि अच्छा स्वास्थ्य केवल अच्छे भोजन से नहीं मिलता है। बल्कि अच्छे विचार, अनुशासित दिनचर्या और नियमित व्यायाम से प्राप्त होता है। यदि हम वैदिक काल में झांके तो देखेंगे कि व्यक्ति की औसत आयु अधिक होती थी। क्योंकि वह शारीरिक परिश्रम नियमित तरीके से करते थे। प्रकृति के करीब रहते थे। लेकिन आज जंक फूड, अनियमित दिनचर्या, मशीनी जीवनशैली ने स्वास्थ्य पर को प्रभाव डाला है। लोग कई बीमारियों की चपेट में आ रहें हैं। इसमें पर्यावरण में प्रदूषण से भी सेहत खराब हो रही है। नई-नई बीमारियां दस्तक दे रही हैं। कोविड-19 जब आया तो इसने बता दिया की शरीर को बाहर से अधिक अंदर से भी मजबूत होना चाहिए। कोविड की वजह से लोगों ने अपनी दिनचर्या को सही रखने की कोशिश की। योग और अभ्यास को अपनी दिनचर्या में शामिल किया है। फिटनेस मंत्र में हावर्ड प्लेस्टेड गर्ल्स इंटर कालेज की प्रधानाचार्या डा. उपासना वर्मा ने आज अपनी दिनचर्या को साझा किया है।
बचपन से उठने का नियमित है समय
उपासना वर्मा सुबह 5 बजे बिस्तर छोड़ देती हैं। सुबह उठने के बाद एक घंटा व्यायाम के लिए निकालती हैं। वह बताती हैं कि बचपन से मेरी मां और पिता जी ने यह आदत डाली हुई है। हम सुबह-सुबह माल रोड पर जागिंग करने जाते थे। नियमित दिनचर्या की वजह से मेरे पिताजी 76 वर्ष की आयु में भी एकदम फिट हैं। उनकी तरह नियमित अभ्यास करने मैं भी एकदम फिट हूं।
घर पर योग का पूरा अभ्यास
सुबह उठने के बाद उपासना वर्मा आधे घंटे जॉगिंग करती हैं। उसके बाद आधा घंटा योग करती हैं। योग में प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, वज्रासन, ताड़ासन, नौकासन जैसे सभी आसन करती हैं। फिर पांच मिनट ध्यान भी लगाती हैं।
सर्वाइकल की दूर हुई दिक्कत
वह बताती हैं कि शिक्षा क्षेत्र से जुड़े रहने के कारण बहुत देर तक बैठना पड़ता है। इसकी वजह से उन्हें सर्वाइकल की शिकायत थी। जो योग करने से ठीक हो गया। अपने अनुभव के आधार पर वह बताती हैं कि सुबह का सिर्फ एक घंटा अगर अपने लिए निकाल लिया जाए तो अपने आप को फिट रखा जा सकता है। स्वास्थ्य एक अनमोल धरोहर है। खासतौर पर महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। तभी वह अपने परिवार के स्वास्थ्य और कार्य स्थल का भार संतुलित कर पाएंगी। इसलिए स्वस्थ रहिए खुश रहिए।