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Fitness Mantra In Meerut: फिट रहना है, बीमारियों से भी बचना है तो अभ्यास को दिनचर्या का हिस्‍सा बनाएं

CAB इंटर कालेज के प्रधानाचार्य नरेंद्र यादव तीन साल से नियमित सूर्य उदय से पहले उठ जाते हैं। सुबह चार बजे से पहले उनकी नींद खुल जाती है। बिस्‍तर से उठते ही सबसे पहले दो गिला गुनगुना पानी पीना भी उनकी दिनचर्या में शामिल हो चुका है।

By Prem BhattEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 07:00 AM (IST)
Fitness Mantra In Meerut: फिट रहना है, बीमारियों से भी बचना है तो अभ्यास को दिनचर्या का हिस्‍सा बनाएं
कोरोनाकाल में सुबह जल्‍दी उठकर व्‍यायाम के जरिए खुद को रखें दुरुस्‍त।

मेरठ, जेएनएन। Fitness Mantra चाहे कितनी भी व्‍यस्‍तता क्‍यों न हो। सुबह बिस्‍तर छोड़ने के बाद कुछ पल अपने आप को देना बहुत जरूरी है। खुद को फिट रखने और बीमारियों से बचाने के लिए दिनचर्या में अब योग और अभ्‍यास को लोग लाने भी लगे हैं। कोविड के खतरे के बीच शरीर को बाहर से जितना मजबूत दिखना जरूरी है, उससे अधिक अंदर की भी मजबूती जरूरी है। शहर में बहुत से लोग भले ही घर से बाहर पार्क में नहीं जा पा रहे हैं, घर के भीतर वह योग और अभ्‍यास की क्रियाएं जरूर कर रहे हैं।

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नियमित सूर्य उदय से पूर्व उठ रहे

सीएबी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य नरेंद्र यादव पिछले तीन साल से नियमित सूर्य उदय से पहले उठ जाते हैं। सुबह चार बजे से पहले उनकी नींद खुल जाती है। बिस्‍तर से उठते ही सबसे पहले दो गिला गुनगुना पानी पीना भी उनकी दिनचर्या में शामिल हो चुका है। इसके बाद वह अपनी छत पर ही सुबह चार बजे से पांच बजे तक तेज कदम से चलते हैं। छत पर घूमने के साथ ही वह हाथों, कंधों और कमर की एक्‍साइज भी करते रहते हैं। इसके बाद वह दोनों हथेलियों को एक साथ रखकर बजाते हैं। पंजों और घुटनों को घुमाकर भी अभ्‍यास करते हैं। हल्‍के फुल्‍के अभ्‍यास के बाद वह हर रोज सुबह योग, प्राणायाम, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, कपाल भांति आदि का पांच मिनट अभ्‍यास करते हैं।

फायदे जो दिखते हैं

नरेंद्र यादव बताते हैं कि जबसे योग और अभ्‍यास की क्रियाओं को घर पर ही करना शुरू किया है। शुगर को पूरी तरह से नियंत्रित कर पाया हूं। पहले शुगर का मरीज था, जो सुबह के अभ्‍यास और योग करने से ठीक हो गया है। मानसिक शांति के साथ हर रोज के कार्यों के लिए पूरी ऊर्जा मिलती है। सकारात्‍मक सोच और रचनात्‍मक कार्यों के लिए भी मैं इससे प्रेरित होता हूं। नरेंद्र यादव बताते हैं कि सुबह अभ्‍यास के साथ ही मैं 200 से अधिक लोगों को मोबाइल पर उनके अच्‍छे स्‍वास्‍थ और विचार के लिए मैसेज भी भेजता हूं।


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