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Fitness Mantra In Meerut: किचन गार्डन के साथ संवारे अपनी भी सेहत, बेहद फायदेमंद है हरियाली से दोस्‍ती

Fitness Mantra किचन गार्डन की हरियाली को पहले माली संभालते थे लेकिन जब कोविड के चलते कोई नहीं मिला। तो लोगों ने खुद गार्डन में हाथ बढ़ाना शुरू कर दिया। शुरू में तो थोड़ी मुश्‍किल आई लेकिन अब गार्डन की हरियाली उन्‍हें भाने लगी है।

By Taruna TayalEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 07:21 AM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 07:21 AM (IST)
Fitness Mantra In Meerut: किचन गार्डन के साथ संवारे अपनी भी सेहत, बेहद फायदेमंद है हरियाली से दोस्‍ती
डा. पंकज शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर, एनएएस कालेज

मेरठ, [व‍िवेक राव]। कोविड- 19 के आने के बाद से शहर में मजबूरी में सही बहुत से लोगों ने घर का काम खुद करना शुरू किया। किचन गार्डन की हरियाली को पहले माली संभालते थे, लेकिन जब कोविड के चलते कोई नहीं मिला। तो लोगों ने खुद गार्डन में हाथ बढ़ाना शुरू कर दिया। शुरू में तो थोड़ी मुश्‍किल आई, लेकिन अब गार्डन की हरियाली उन्‍हें भाने लगी है। वह खुद घंटों उस हरियाली को और हरा करने की कोशिश कर रहे हैं। जिससे उनके स्‍वास्‍थ्‍य पर भी अच्‍छा प्रभाव पड़ा है। एनएएस कालेज की एसोसिएट प्रोफेसर डा. पंकज शर्मा पिछले कई महीने से अपने किचन गार्डन में काफी समय व्‍यतीत करती हैं। जिससे वह खुद को फिट भी रख रही हैं। 

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रोज सुबह पांच बजे उठती हैं पंकज

रोज सुबह पांच बजे पंकज शर्मा बिस्‍तर छोड़ देती हैं। छह बजे से सात बजे तक वह बाहर टहलने भी जाती हैं। कोविड के समय में जब बाहर नहीं जाती थीं, जो घर की छत पर ही टहलना शुरू किया। सुबह नियमित रूप से टहलने से उन्‍हें काफी लाभ पहुंचा है। दिन में कालेज और अन्‍य कार्यों के बाद शाम को वह चार बजे से पांच बजे तक एक घंटे अपने गार्डन में पौधों के बीच रहती हैं। उनके गार्डन में कई तरह के औषधीय पौधे लगे हैं। गुलाब, गुड़हल, चंपा, चमेली, करीपत्‍ता, कनेर के फूल, डेहलिया, गुलदावरी, गेंदा, मेथी, पालक, धनिया, बैंगन मूली आदि सब्‍जियां भी लगा रखा है। जिसकी देखरेख वह खुद करती हैं, घर पर सब्‍जी और गाय की गोबर से बनी हुई खाद का इस्‍तेमाल वह पौधों के लिए करती हैं। एक घंटे वह नियमित अपने गार्डन में पौधों की देखभाल में लगाती हैं।

इससे है दोहरा लाभ

पंकज शर्मा के मुताबिक गार्डन में खुद मेहनत करने से दोहरा लाभ होता है। शारीरिक रूप से श्रम करने से एक तरह से व्‍यायाम भी हो जाता है। साथ ही नेचर के करीब एक घंटा रहने को मिलता है। और सबसे बड़ी बात घर की तैयार सब्‍जी भी मिल जाती है। जो स्‍वास्‍थ्‍य के लिए और भी जरूरी है। वह बताती हैं कि सुबह शाम शारीरिक श्रम करने के साथ कुछ समय योग और ध्‍यान भी लगाती हैं। इस दिनचर्या से उन्‍हें शुगर, ब्‍लड प्रेशर, तनाव जैसी समस्‍या कभी नहीं रही है। दिन भर ताजगी भी बनी रहती है।


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