पहली बार मेरठ में प्रियंका गांधी उनकी पूरब से पश्चिम तक नजर
कांग्रेस में महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी बनने के बाद प्रियंका पहली बार मेरठ पहुंचीं। गत दिनों वह शामली तक जरूर पहुंची थीं किंतु सिवालखास में शहीद अजय के घर नहीं जा सकीं।
मेरठ । कांग्रेस में महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी बनने के बाद प्रियंका पहली बार मेरठ पहुंचीं। गत दिनों वह शामली तक जरूर पहुंची थीं, किंतु सिवालखास में शहीद अजय के घर नहीं जा सकीं। बुधवार को उनका सीधे मेरठ पहुंचना तमाम राजनीतिक पंडितों को चौंका गया। इसके तमाम मायने निकाले जा रहे हैं। उनके साथ पश्चिमी उप्र के प्रभारी ज्योतिरादित्य भी थे, ऐसे में स्पष्ट है कि पश्चिम के इस दौरे से पूरे प्रदेश को साधने की भी कवायद है। प्रियंका का क्रेज देखते हुए मेरठ में वेंटीलेटर पर पहुंची कांग्रेस ने फिर से सांस ली है। माना जा रहा है कि कांग्रेस इस बार प्रियंका को स्टार प्रचारकों में सबसे ऊपर रखेगी।
पदभार ग्रहण करने के बाद प्रियंका लखनऊ में लगातार बैठक कर रही हैं। चंद्रशेखर के बहाने उन्होंने पश्चिमी उप्र में भी कांग्रेस को आक्सीजन का झोंका दे दिया है। जिस प्रकार से इमरान मसूद पहले से अगुआई में पहुंच गए थे, माना जा रहा है कि उन्हें भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर को साधने के मिशन में लगाया गया था। इस बात से भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि अस्पताल द्वारा मंगलवार को दिल्ली रेफर करने के बावजूद चंद्रशेखर मेरठ में ही डटे रहे। माना जा रहा है कि प्रियंका के चंद्रशेखर से मिलने की स्क्रिप्ट दो दिन पहले ही लिख दी गई थी। भीड़ में खूब दिखा प्रियंका का क्रेज
प्रदेश की सियासत में कांग्रेस भले ही हाशिये पर है, किंतु प्रियंका गांधी का लोगों में जबरदस्त क्रेज है। आनंद अस्पताल में पहुंची प्रियंका की एक झलक पाने के लिए सड़क पर भीड़ जमा हो गई। वह लोगों का अभिवादन करते हुए अंदर दाखिल हुई। उनके इंतजार में 35 मिनट तक भीड़ वहीं खड़ी रही। प्रियंका ने चंद्रशेखर से बातचीत की। डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ प्रियंका के स्वागत की मुद्रा में खड़ा नजर आया। कई महिला कर्मचारियों ने उनसे हाथ मिलाया। राजनीति के नए दौर में प्रियंका लोगों की गर्मजोशी के मायने भी जानती हैं, ऐसे में उन्होंने अस्पताल से जाते समय से गाड़ी से हाथ हिलाते हुए लोगों का अभिवादन भी स्वीकार किया। भीड़ के चलते कई बार पुलिस को भारी परेशानी हुई।