सुपरटेक के बाहर कारों से लदे कंटेनर में लगी आग
चालक व परिचालक कंटेनर केबिन को बंद कर कहीं चले गए। इसी बीच गेट पर तैनात गार्डो की नजर कंटेनर के केबिन से उठते धुंए पर पड़ी तो उन्होंने शोर मचा दिया। इसके बाद गार्ड कंटेनर के पास पहुंचे, जहां उन्हें कोई नहीं मिला।
मेरठ । शुक्रवार को सुपरटेक पाम ग्रीन के गेट नंबर एक पर बड़ा हादसा होने से टल गया। कार से लदे कंटेनर के केबिन में भीषण आग लग गई। गेट पर तैनात गार्डो ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
शाम करीब चार बजे एक कंटेनर सुपरटेक के गेट के बाहर खड़ा था। चालक व परिचालक कंटेनर केबिन को बंद कर कहीं चले गए। इसी बीच गेट पर तैनात गार्डो की नजर कंटेनर के केबिन से उठते धुंए पर पड़ी तो उन्होंने शोर मचा दिया। इसके बाद गार्ड कंटेनर के पास पहुंचे, जहां उन्हें कोई नहीं मिला। उधर, कुछ ही देर में केबिन से लपटें उठने लगीं। इस पर गार्डो ने कोई देरी न करते हुए शीशा तोड़ दिया और पार्क में पड़े पाइप से पानी डालकर आग बुझाई। गार्डो ने बताया कि अगर आग डीजल टैंक तक पहुंच गई होती तो उस पर काबू पाना उनके बस में न होता। बताया कि गनीमत रही कि आग पास में खड़े तेल के टैंकर तक नहीं पहुंची। यदि उस तक पहुंच जाती तो अनहोनी तय थी। उसमें चालक-परिचालक सो रहे थे। लोगों ने उन्हें जगाया तो वह टैंकर लेकर भाग निकले। इसी बीच कंटेनर का हेल्पर विक्रम पहुंचा। उसने बताया कि वह हरियाणा से गाड़ियों को आसपास के राज्यों में लेकर जाते हैं। वह कई स्थानों पर गाड़ियां छोड़कर मेरठ पहुंचे थे, कंटेनर में हुंडई की पांच गाड़ियां थी। गार्डो ने बताया कि गेट के बाहर कंटेनरों को खड़ा कर गाड़ियां उतारी जाती हैं। आए दिन हादसों का डर रहता है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। यह हाल तो तब है, जब सीओ ब्रह्मापुरी हरिमोहन सिंह का कार्यालय पास ही है। इंस्पेक्टर ब्रह्मापुरी ब्रिजेश कुमार शर्मा का कहना ही वाय¨रग में शॉर्ट होने के कारण आग लगी थी।