बिजनौर में शार्ट सर्किट से आतिशबाजी गोदाम में आग लगी, पांच लोग झुलसे
बिजनौर में आतिशबाजी बनाने के गोदाम में आग लग गई। गोदाम मालिक अपने भाई के साथ काम शुरू कराने पहुंचा था । सहारनपुर की घटना के मद्देनजर अफसरों में हड़कंप। डीएम एसपी व एएसपी सहित कई अधिकारी पहुंचे।
बिजनौर, जागरण संवाददाता। नूरपुर मार्ग मोहल्ला तीरग्रान के पास मंगलवार सुबह आतिशबाजी बनाने के गोदाम में आग लग गई। गोदाम मालिक अपने भाई के साथ काम शुरू कराने पहुंचा था। टैंक में पानी भरने के लिए जनरेटर चलाते ही अचानक शार्ट सर्किट हो गया, चिंगारी से वहां रखे बारूद ने आग पकड़ ली। थोड़ी देर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। इस दौरान तेज धमाका भी हुआ, जिससे गोदाम की टीन धमाके के साथ दूर जा गिरी। दमकल ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। मालिक समेत पांच लोग झुलस गए। डीएम, एसपी, एएसपी पूर्वी, एसडीएम ने मौके का निरीक्षण किया। नहटौर के मोहल्ला तीरग्रान निवासी 45 वर्षीय मुबारिक पुत्र सईद अहमद का मोहल्ले के पास ही नूरपुर मार्ग पर आबादी से दूर आतिशबाजी का गोदाम है। यहां छोटे बम बनाने का काम होता है, साथ ही बिक्री भी होती है।
मंगलवार सुबह करीब साढ़े छह बजे मालिक मुबारिक व उसका भाई शाहिद गोदाम में काम शुरू कराने पहुंचे। थोड़ी देर बाद मुबारिक के परिचित खालिक, तालिम व सुहेल फैसल भी वहां पहुंच गए। टैंक में पानी नहीं होने के चलते मुबारिक ने पानी भरने के लिए गोदाम के बाहर रखा जनरेटर चलाया, इसी दौरान अचानक वायरिंग में शार्ट सर्किट हो गया, जिससे गोदाम में रखे बारूद ने आग पकड़ ली। तेज धमाके के साथ गोदाम की टीन भी उड़कर दूर जा गिरी और आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया। गनीमत रही कि हादसे के समय मजदूर नहीं पहुंचे थे, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। इसमें मुबारिक, उसका भाई शाहिद, खालिक, तालिम व सुहेल झुलस गए। दमकल कर्मियों ने मौके पर पहुंच कर करीब दो घंटों में आग पर काबू पाया।
अधिकारियों में मचा हड़कंप
बीती सात मई को ही सहारनपुर के सलेमपुर गांव में पटाखा फैक्ट्री में आग से भीषण विस्फोट हो गया था, जिसमें मालिक सहित कई लोगों की मौत हो गई थी। मंगलवार सुबह इसी तरह की घटना की सूचना मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया। डीएम उमेश मिश्र, एसपी डा. धर्मवीर सिंह, एएसपी पूर्वी ओमवीर सिंह, एसडीएम धामपुर विजय वर्धन तोमर, सीओ अजय अग्रवाल, अजय शर्मा सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। घटना के बाद झुलसे सभी लोगों को देखने डीएम सीएचसी भी पहुंचे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। बताया गया है कि कोई भी गंभीर रूप से नहीं झुलसा, जिस कारण मालिक समेत सभी घटना के बाद वहां चले गए।
लापरवाही की जांच के आदेश
अधिकारियों की जांच में पता लगा कि मुबारिक द्वारा चलाए जा रहे गोदाम व बिक्री का लाइसेंस बना हुआ है। मौके पर आग बुझाने के उपकरण व पानी की भी व्यवस्था थी। जिस कारण गोदाम मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। एसडीएम विजय वर्धन तोमर ने बताया कि लाइसेंस का नवीनीकरण कराया गया था, जिसकी वर्ष 2025 तक वैधता है। प्रथमदृष्टया शार्ट सर्किट के कारण हादसे की बात सामने आई है। हालांकि डीएम उमेश मिश्र ने मामले की बारीकी से जांच करने के आदेश दिए हैं।