Meerut के 75 गांवों में हारा कोरोना, दूसरी लहर में एक भी नहीं मिले संक्रमित
कोरोना की दूसरी लहर ने शहर-कस्बों के साथ गांवों में भी कहर बरपाया है। मेरठ जनपद के ही 250 से अधिक गांव संक्रमण से ज्यादा प्रभावित हैं। सर्वे में मेरठ जनपद में 75 गांव ऐसे मिले जहां दूसरी लहर में एक भी संक्रमित मरीज नहीं रहा।
[नवनीत शर्मा] मेरठ। कोरोना की दूसरी लहर ने शहर-कस्बों के साथ गांवों में भी कहर बरपाया है। मेरठ जनपद के ही 250 से अधिक गांव संक्रमण से ज्यादा प्रभावित हैं। हालांकि कुछ गांव ऐसे भी रहे, जहां पहली और दूसरी लहर का विशेष असर नहीं रहा। सर्वे में जनपद में 75 गांव ऐसे मिले, जहां दूसरी लहर में एक भी संक्रमित मरीज नहीं रहा। अभी तक संक्रमण से मुक्त रहे इन गांवों पर जिला प्रशासन भी नजर बनाए हुए है।
दो सप्ताह पहले तक गांवों में चले सर्वे अभियान के दौरान संक्रमण से पीड़ित ग्रामीणों की संख्या तीन हजार पार कर गई थी। 250 ऐसे गांव सामने आए जहां वायरस का प्रसार और संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक थी। ऐसे गांवों की भी तलाश की गई जहां संक्रमण न के बराबर अथवा था ही नहीं। दस दिन के सर्वे में सामने आया कि जनपद के 12 विकास खंडों में कुल 75 गांवों में कोरोना की दूसरी लहर का कोई प्रभाव नहीं था। कुछ ग्रामीणों में लक्षण जरूर मिले, लेकिन जांच में संक्रमण नहीं निकला। इन गांवों को सुरक्षित रखने की अलग से योजना बनाकर नियमित समीक्षा शुरू की गई।
ऐसे हुआ बचाव : इसमें गांवों में निगरानी समिति और ग्रामीणों की सक्रियता अहम रही। गांव में साप्ताहिक सफाई और सैनिटाइज अभियान चला। बुखार, खांसी व अन्य रोग होते ही ग्रामीणों ने खुद उपचार की पहल की। अधिकारियों ने गांवों का निरीक्षण किया और मेडिकल किट का वितरण कराया। ग्राम समिति बाहर से आने वालों पर नजर रखती है।
जानें ये खास बिंदु
75 गांव जनपद में हैं कोरोना मुक्त
70 मरीज गांवों में अभी हैं संक्रमित
1256 गांव अधिक संक्रमण से प्रभावित
आगे हैं चार विकास खंड
कोरोना से बचाव में जनपद के चार विकास खंड काफी आगे हैं। इनमें दौराला में 15 गांव, जानी खुर्द में 14, हस्तिनापुर व परीक्षितगढ़ में 13-13 गांव संक्रमण मुक्त हैं जबकि विकास खंड रोहटा और रजपुरा के हर गांव में संक्रमण है। सरूरपुर व सरधना का मात्र एक-एक गांव संक्रमण से मुक्त है।
सीडीओ शशांक चौधरी ने कहा- जिले के गांव अब संक्रमण से मुक्त हो रहे हैं। तमाम गांवों में दूसरी लहर में एक भी संक्रमित नहीं मिला। इन गांवों की विशेष निगरानी और समीक्षा की जा रही है। मैं और अन्य अधिकारी भी लगातार ऐसे गांवों का निरीक्षण कर ग्रामीणों को संक्रमण से बचाव के लिए प्रेरित कर रहे हैं।