हर बैंक को किसान समझें अपना बैंक
जिला सहकारी बैंक मेरठ व बागपत की 71 वीं वार्षिक निकाय बैठक में प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों व सांसद समेत कई अन्य दिग्गजों का जमावड़ा हुआ।
मेरठ, जेएनएन : जिला सहकारी बैंक मेरठ व बागपत की 71 वीं वार्षिक निकाय बैठक में प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों व सांसद समेत कई अन्य दिग्गजों का जमावड़ा हुआ। चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि मेरठ बैंक अध्यक्ष व संचालक तीन गुना लाभ कमाने के लिए बधाई के पात्र हैं। कहा कि अब हर गोदाम में खाद है, और हर किसान को फसली ऋण मिल रहा। ओटीएस स्कीम भी किसानों के बीच होगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने, व संचालन जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष मनिन्दर पाल सिंह ने किया। मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा व कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा रहे। राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी आयात शुल्क सौ गुना कर किसानों को बर्बादी से बचाया। आज किसान खुशहाल नजर आता है। पिछले 70 साल में किसी भी सरकार ने किसानों के लिए इतना बड़ा कदम नहीं उठाया। मनिन्दर पाल सिंह ने सभी सहकारी बैंकों के विलय का विरोध किया। सासद राजेंद्र अग्रवाल समेत कई अन्य ने खड़े होकर समर्थन किया। मनिंदर ने कहा कि पश्चिमी उप्र के सभी बैंक बेहतर काम कर रहे हैं। सासद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि पूर्व की सरकारों में एजीएम की बैठकें बंद कमरों में होती थीं। मुकेश सिंघल ने कहा कि सर्वश्रेष्ठ बैंक घोषित होने पर चेयरमैन व संचालक मंडल और सहकारी मंत्री समेत सभी को बधाई दी। एजेंडा सर्वसम्मति से पास हुआ बोर्ड की वार्षिक रिपोर्ट बैंक सचिव दिवाकर सिंह ने पढ़ी। 71 की वार्षिक निकाय बैठक के उपलक्ष में स्मारिका का भी विमोचन किया। सहकारिता बैंक के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।