गणतंत्र दिवस की तैयारी में जुटे मेरठ के किसान, भाकियू कर रहा गांव-गांव जाकर जनसंपर्क, जानिए क्या है पूरा मामला
कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन में भारतीय किसान यूनियन ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड़ में शामिल होने की घोषणा की है। उनका कहना है कि यदि कृषि कानून वापस नहीं होता है तो वह परेड में मेरठ के ट्रैक्टरों को शामिल करेंगे।
मेरठ, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन राकेश टिकैत समूह के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने मेरठ जिले में 26 जनवरी के लिए जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन में भारतीय किसान यूनियन ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड़ में शामिल होने की घोषणा की है। उनका कहना है कि यदि कृषि कानून वापस नहीं होता है तो वह परेड में मेरठ के ट्रैक्टरों को शामिल करेंगे।
पिछले करीब डेढ़ माह से दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन जारी है। भारतीय किसान यूनियन ने विरोध के क्रम में बुधवार को मेरठ जिले कई गांवों में कृषि कानून की प्रतियों को आग के हवाले कर विरोध प्रदर्शन किया। भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी के नेतृत्व में ईकडी में कृषि कानूनों को काला कानून बताकर केंद्र सरकार के विरूद्ध प्रदर्शन किया गया। बाद में कृषि कानून की प्रतियों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, जिला प्रेस प्रवक्ता बबलू व विनोद के नेतृत्व में जिटौली, जिला महासचिव राजकुमार के नेतृत्व में करनावल, अशफाक प्रधान के नेतृत्व में जैनपुर, महताब व शमीम के नेतृत्व में जसड़, मवाना में नरेश, मुबारिकपुर में शो सिंह व दौराला में मिंटू अहलावत के नेतृत्व में कृषि कानूनों के प्रति फूंककर विरोध प्रदर्शन किया गया। उधर, कई गांवों में बैठक करते हुए भाकियू पदाधिकारियों ने गाजीपुर बार्डर में जाने का आहवान और 26 जनवरी को परेड में शामिल होने की अपील की है।