आर्बिटेशन निर्णय की प्रतीक्षा में किसान, मेरठ-पौड़ी हाईवे पर अधिग्रहण का किया था विरोध
NH-119 Arbitration गत 26 अप्रैल को एनएचएआइ ने मवाना रोड पर चौड़ीकरण के लिए कब्जा लिया था। इसमें किसानों और व्यापारियों ने आरोप लगाया था कि सर्किल रेट के बजाय कृषि भूमि की दर के अनुसार उनका अवार्ड बनाया गया है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। एनएच-119 मेरठ-पौड़ी हाईवे के चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहित की गई भूमि के किसान व व्यापारी आर्बिटेशन निर्णय की प्रतीक्षा में हैं। आज 18 मई को उनका निर्णय आना था, लेकिन डीएम की गैर मौजूदगी के चलते अब अगली तिथि पर सुनवाई होगी।
26 अप्रैल को लिया था कब्जा
26 अप्रैल को एसडीएम सदर संदीप भागिया के नेतृत्व में भारी पुलिस बल के साथ एनएचएआइ ने मवाना रोड पर चौड़ीकरण के लिए कब्जा लिया था। इसमें किसानों व व्यापारियों ने आरोप लगाया था कि सर्किल रेट के बजाय कृषि भूमि की दर के अनुसार उनका अवार्ड बनाया गया है। अधिग्रहण का विरोध करते हुए इसमें सलारपुर जलालपुर के लगभग 76 किसानों ने डीएम कोर्ट में आर्बिटेशन के लिए अपील की थी। डीएम दीपक मीणा ने 6 मई को कोर्ट में आर्बिटेशन की सुनवाई की। इसमें 15 फाइलों पर सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता रणधीर सिंह दुहन ने किसानों की तरफ से डीएम के समक्ष पक्ष रखा। इसमें अधिवक्ता ने अधिग्रहण अधिनियम के 21 उल्लंघन के मामलों का प्रस्तुत किया। सलारलपुर जलालपुर भूमि के किसान आशीष चौधरी ने कहा कि बुधवार को आर्बिटेशन का निर्णय नहीं आ सका। अब अगली तिथि निर्धारित कर निर्णय सुनाया जाएगा। इसके लिए सभी किसान प्रतीक्षा कर रहे हैं।
कैंसर मरीजों को मिली रेडियोथेरेपी की दोबारा अनुमति
मेरठ, जागरण संवाददाता। एटॉमिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड ने मेडिकल कालेज में मंगाए गए राडियोसोर्स कोबाल्ट-60 के प्रयोग की इजाजत दे दी। प्राचार्य को भेजे पत्र में एईआरबी ने साफ किया कि रेडिएशन से जुड़े मानक पूरे हो गए हैं। पांच साल से मरीजों की सिकाई बन्द पड़ी थी। अब कैंसर मरीजों की सिकाई पर निजी संस्थान में करीब एक लाख की तुलना में सरकारी में सिर्फ एक हजार रुपए में इलाज मिलेगा।