बकाया भुगतान और मूल्य घोषित करने को लेकर किसानों ने गन्ना भवन घेरा Meerut News
पर्ची पर तौल कराने से पहले गन्ना मूल्य अंकित कराने पिछला बकाया भुगतान व घटतौली रोकने आदि मांगों को लेकर किसानों ने गन्ना भवन पर धरना दिया।
मेरठ, जेएनएन। पर्ची पर तौल कराने से पहले गन्ना मूल्य अंकित कराने, पिछला बकाया भुगतान व घटतौली रोकने आदि मांगों को लेकर रालोद के नेतृत्व में किसानों ने मंगलवार को गन्ना भवन का घेराव करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान उप गन्ना आयुक्त को किसानों ने अपने साथ धरनास्थल पर बैठा लिया।
धरने को किया संबोधित
रालोद नेताओं के नेतृत्व में मंगलवार सुबह जटपुरा, डूंगर व पिठलोखर समेत कई गांवों के किसान ट्रैक्टर-ट्राली लेकर पांडव नगर स्थित गन्ना भवन पहुंचे और धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। रालोद जिलाध्यक्ष राहुल देव, क्षेत्रीय अध्यक्ष यशवीर सिंह, संगठन मंत्री राजकुमार सांगवान, प्रदेश प्रवक्ता सुनील रोहटा, रणवीर दहिया, नरेंद्र खजूरी, विजयपाल घोपला, विनय मल्लापुर आदि ने धरने को संबोधित किया। उन्होंने गन्ना किसानों की बदहाली को योगी सरकार की विफलता का परिणाम बताया। वक्ताओं ने कहा कि बागपत में सीएम जिस रमाला चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारंभ करने आए थे, उस पर किसानों का 15.72 करोड़ बकाया है। सरकार गन्ना मूल्य तक घोषित नहीं कर सकी है।
उप गन्ना आयुक्त को धरने पर बैठाया
मेरठ जनपद में चीनी मिलों पर किसानों का 368.66 व मंडल में 1152 करोड़ रुपये अभी पिछले सत्र का बकाया है। उप गन्ना आयुक्त राजेश मिश्र को धरने पर बुलाने को लेकर काफी देर कशमकश रही। बाद में किसानों ने उन्हें अपने साथ धरने पर बैठा लिया। गन्ना उप आयुक्त ने जटपुरा व डूंगर गांव के लोगों को 7 नवंबर तक तौल केंद्र चालू करने का भरोसा दिलाया। साथ ही अन्य मांगों को लेकर सीएम को अवगत कराते हुए कार्रवाई की बात कही। ज्ञापन सौंपने के बाद किसानों का धरना समाप्त हुआ। कमलजीत सिंह, नायब अली, ब्रजपाल, वरूण करनावल आदि धरने में मौजूद रहे। धरना-प्रदर्शन में भाकियू कार्यकर्ता भी शामिल रहे।
बाबू ने की बदसलूकी
अधिशासी अभियंता योगेंद्र कुमार श्रीवास्तव के कार्यालय में तैनात बाबू प्रशांत पुंडीर पर किसानों व रालोद नेताओं ने बदसलूकी करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। किसान व रालोद नेता बाबू पर कार्रवाई को लेकर अड़ गए।