फर्जी प्रशिक्षु को बिजनौर और मुरादाबाद में ले जाया गया
पीटीएस में फर्जी तरीके से प्रशिक्षण लेने वाली युवती को रिमांड पर लेकर लगातार पूछताछ की गई। युवती को एक टीम बिजनौर और मुरादाबाद भी लेकर गई थी। युवती से लिखित परीक्षा देने वाला सेंटर भी देखा गया है। उसके बाद उस सिपाही के बारे में पूछा गया जिसने युवती को झांसे में लेकर फर्जीवाड़ा कराया है।
मेरठ, जेएनएन : पीटीएस में फर्जी तरीके से प्रशिक्षण लेने वाली युवती को रिमांड पर लेकर लगातार पूछताछ की गई। युवती को एक टीम बिजनौर और मुरादाबाद भी लेकर गई थी। युवती से लिखित परीक्षा देने वाला सेंटर भी देखा गया है। उसके बाद उस सिपाही के बारे में पूछा गया, जिसने युवती को झांसे में लेकर फर्जीवाड़ा कराया है। पुलिस सूत्रों की माने तो युवती ने सिपाही पर शारीरिक शोषण का आरोप भी लगाया है।
खरखौदा थाने के हापुड़ रोड पर पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय (पीटीएस) में 17 जून की रात हवलदार मेजर औतारी सिंह ने महिला प्रशिक्षुओं की गिनती के दौरान एक युवती को पकड़ा था, जो फर्जी तरीके से महिला कांस्टेबल की ट्रेनिंग ले रही थी। उसने बताया कि लखीमपुर खीरी, बरेली, रायबरेली, मुरादाबाद और सीतापुर में ट्रेनिंग ले चुकी है। युवती की तलाशी के दौरान लखीमपुर खीरी की सीओ लाइन श्रेष्ठा ठाकुर का हस्ताक्षर हुआ परिचय पत्र भी मिला था। लखीमपुर खीरी के ट्रेनिंग सेंटर में बतौर प्रशिक्षु वह 12 दिन तक चुकी है। सीओ किठौर आलोक कुमार ने बताया कि अदालत के आदेश पर बुधवार की सुबह दस बजे उसे जेल से सरकारी अधिवक्ता की निगरानी में कब्जे में लिया। युवती को पुलिस की टीम अपने साथ बिजनौर और मुरादाबाद ले गई थी। उसके बाद सिपाही के बारे में भी पूछताछ की गई। युवती ने जो पूरी कहानी पुलिस के सामने बयां की है। पुलिस उसे तस्दीक करने में लगी हुई है। युवती ने बताया कि सीओ के द्वारा परिचय पत्र बनाया गया है, जो असली है। हालांकि पुलिस अभी भी सीओ लखीमपुर खीरी को बचाने में फिराक में जुटी हुई है। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि सभी तथ्यों पर युवती से पूछताछ की जा रही है। गुरुवार को सभी तथ्य सामने रखकर तस्दीक किया जाएगा। उसके बाद ही उसे केस डायरी का हिस्सा बनाया जाएगा।
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