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मेरठ में NCERT की नकली किताबें : छपाई से लेकर बाइंडिंग और सप्लाई तक करते थे खुद

Fake NCERT books मेरठ के ब्रह्मपुरी क्षेत्र में पकड़ा गया एनसीईआरटी की किताबों का जखीरा। आरोपित भेजे गए जेल। छपाई से लेकर बाइंडिंग और सप्लाई तक का काम आपस में बांट रखा था। पुलिस अब उनसे माल खरीदने वालों की जानकारी जुटा रही है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Thu, 11 Aug 2022 11:29 AM (IST)Updated: Thu, 11 Aug 2022 11:29 AM (IST)
मेरठ में NCERT की नकली किताबें : छपाई से लेकर बाइंडिंग और सप्लाई तक करते थे खुद
Fake NCERT books Meerut मेरठ में बड़े पैमाने पर एनसीईआरटी की नकली किताबें पकड़ी गई।

मेरठ, जागरण संवाददाता। Fake NCERT books मेरठ में एनसीईआरटी की किताबों का जखीरा पकड़े जाने के बाद आरोपितों ने पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारी दी। बताया कि वह कई माह से इस काम को कर रहे थे। छपाई से लेकर बाइंडिंग और सप्लाई तक का काम आपस में बांट रखा था। पुलिस अब उनसे माल खरीदने वालों की जानकारी जुटा रही है।

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बरामद की थीं नकली किताबें

बुधवार को पुलिस लाइंस में आयोजित प्रेसवार्ता में सीओ ब्रह्मपुरी एएसपी विवेक चंद्र यादव ने बताया कि ब्रह्मपुरी पुलिस ने सूर्या पुरम शास्त्री कालोनी निवासी अभिलाश के यहां से नकली किताबें बरामद की थी। इसके बाद रहीसुद्दीन निवासी गली नंबर सात श्याम नगर लिसाड़ी गेट, आबिल उर्फ आदिल निवासी गांव शाहपुर चौधरी गढ़मुक्तेश्वर हापुड़ हाल पता भोपाल की कोठी अनार वाली मस्जिद के पास लिसाड़ी गेट और सत्येंद्र कुमार निवासी देवलोक टीपीनगर को पकड़ा।

यह बताया एएसपी ने

एएसपी ने बताया कि सभी का काम बंटा हुआ था। सत्येंद्र की घर में ही प्रिंटिंग प्रेस थी, जहां पर छपाई होती थी। अभिलाष के यहां पर किताबें बाइंडिंग की जाती थी। ट्रांसपोर्ट की जिम्मेदारी रहीसुद्दीन की थी, उस पर पिकअप गाड़ी थी। आदिल दिल्ली के चांदनी चौक और अन्य बाजारों में सप्लाई करता था।

चार माह से कर रहे  थे धंधा 

वह आर्डर भी लाया गया था। अभिलाश के घर से 21 सौ किताबें बरामद हुई थीं, जबकि 1370 किताबें सतेंद्र के घर से बरामद हुई थीं। कार्रवाई के दौरान एनसीईआरटी के अफसर भी मौजूद रहे। उन्होंने जांच के बाद ही नकली किताबों की पुष्टि की थी। सभी आरोपित करीब चार माह से नकली किताबों के काम से जुड़े हुए थे। 

एनसीईआरटी ने किताबों के नकली होने की पुष्टि की

मेरठ : दिल्ली से आई टीम ने एनसीईआरटी की नकली किताब होने की पुष्टि की है। किताबों की कीमत लगभग चार लाख रुपये है। इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है। अन्य लोगों के नाम प्रकाश में आए है, जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही हैं।सीओ ब्रह्मपुरी विवेक यादव को सूचना मिली थी कि दिल्ली रोड स्थित सूर्यापुरम कालोनी में एनसीईआरटी की नकली किताबें तैयार की जा रही हैं जो अलग अलग राज्यों में सप्लाई होती है।

लेबर कर रही थी पैक

सूचना की पुष्टि के लिए टीम लगाई गई। मंगलवार को टीम ने सूर्यापुरम स्थित मकान पर छापा मारकर भारी मात्रा में एनसीईआरटी की किताबें बरामद की। किताबों की पैकिंग कर रही लेबर से पूछताछ की गई। पुलिस ने कुछ देर बाद सूर्यापुरम निवासी अभिलाष को हिरासत में ले लिया। हिरासत में ली गई लेबर ने बताया कि बाइंडिंग का काम अभिलाष करा रहा था।

पुलिस अभी कर रही है जांच

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को और हिरासत में ले लिया। इनकी पहचान टीपीनगर देवलोक कालोनी निवासी सतेंद्र कुमार, श्यामनगर लिसाड़ीगेट निवासी आबिल उर्फ आदिल और श्यामनगर के रहीसुद्दीन के रूप में हुई। पुलिस के अनुसार यह किताबें जहां भेजी जानी थी, उस व्यक्ति ने काम बंद कर दिया। इसके चलते वह काफी दिनों से मकान में ही रखीं थी। पुलिस फिलहाल जांच कर रही है। कार्यवाहक थाना प्रभारी नरेंद्र कसाना ने बताया कि कुछ और लोगों के नाम सामने आये हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है।


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