Pulwama Terror Attack: इन 'देशद्रोहियों' से रहें सावधान, सैनिकों की 'मदद' में लगा रहे सेंध
सैनिकों के राहत कोष के नाम पर भी फर्जीवाड़ा हो गया है। एक व्यक्ति ने राहत कोष के एकाउंट नंबर को बदलकर अपना एकाउंट नंबर वाला मैसेज वायरल कर दिया।
मेरठ, [विवेक राव]। Pulwama Terror Attack में जवानों की शहादत पर पूरे देश में आक्रोश है। गमज़दा लोग शहीदों के परिवजनों की मदद को आगे भी आ रहे हैं। ऐसे में देश के वीर जवानों की शहादत ने नाम पर कुछ लोग अपनी घटिया हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे लोगों को शर्म भी नहीं आती, ये बेशर्म शहीदों के परिजनों की मदद के नाम पर अपने बैंक अकाउंट में लोगों से दान ले रहे हैं। कानून के दायरे में भले ही इन लोगों का यह कृत्य देशद्रोह की श्रेणी में आता हो या न आता हो, लेकिन Pulwama Terror Attack के बाद दुखी और आक्रोशित देशवासियों की नजर में यह देशद्रोह ही है।
शहीदों के परिजनों की मदद करने को सब तैयार हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर शहीद परिजनों और सैनिकों की मदद के लिए एक मैसेज वायरल हो रहा है। वायरल मैसेज में आर्मी वेलफेयर के बैंक एकाउंट को हटाकर मेरठ के एक व्यक्ति ने अपना खाता नंबर और आइएफएससी कोड लगा दिया। यह फर्जी मैसेज पूरे देश में सोशल साइटों पर वायरल हो रहा है। मामला सामने आने पर मेरठ के सिंडिकेट बैंक ने उक्त व्यक्ति का खाता ब्लॉक कर दिया है।
खाता ब्लॉक किया
सोशल मीडिया पर भारतीय सेना की आधुनिकता और जवानों को युद्ध में घायल होने या फिर शहीद होने पर उनके लिए एक बैंक एकाउंट खोलने का जिक्र है। इस बैंक खाते में एक रुपये से लेकर अपनी क्षमता तक दान देने के लिए कहा गया है। यह खाता नई दिल्ली सिंडिकेट बैंक का है। वायरल मैसेज में आर्मी के दिल्ली हेडक्वार्टर के खाते और आइएफएससी कोड को मेरठ के योगेश कुमार नाम के व्यक्ति ने बदल दिया है। योगेश कुमार के बैंक खाते वाला मैसेज पुलवामा की घटना के बाद तेजी से वायरल हो रहा है। इसकी सूचना मिलते ही सिंडिकेट बैंक के अधिकारियों के कान खड़े हो गए। बैंक ने तुरंत इस खाते को ब्लाक कर दिया है। योगेश कुमार अभी नोएडा में है। उसके दिए गए नंबर पर बैंक के अधिकारी संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।
बैंक की सतर्कता से पकड़ा फर्जीवाड़ा
मेरठ सिंडिकेट बैंक में योगेश कुमार ने वायरल मैसेज पर आर्मी खाते की जगह जिस खाते को दिया है, वह खाता संख्या 88312200146028 है, आइएफएससी कोड एसवाईएनबी 00088831 है। इस खाते में 15 हजार रुपये हैं। इसमें दो दिन के भीतर ही कुछ लोगों ने पैसा डाला है। यह फर्जीवाड़ा तुरंत पकड़ा गया वरना इस खाते में दान देने वाले लोग समझते कि उन्होंने शहीदों के सैनिक परिवार की मदद की है।
पीआइबी के पत्र में बैटल कैजुअल्टी का जिक्र
प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (पीआइबी) की ओर से 17 अक्टूबर 2016 को रक्षा मंत्रलय भारत सरकार के हवाले से एक विज्ञप्ति जारी की गई थी। इसमें आर्मी वेलफेयर फंड बैटल कैजुअल्टी का जिक्र है। पत्र में सिंडिकेट बैंक के साउथ ब्लॉक डिफरेंस हेड क्वार्टर नई दिल्ली में ब्रांच का उल्लेख है। इसका ब्रांच कोड 9055 आइएफएससी कोड एएसवाईएन बी 0009055 है। खाता संख्या 9055200165915 है। यह खाता बैंक अधिकारियों ने सही बताया है। इस खाते में करीब दो करोड़ रुपये हैं।
इनका कहना है
फर्जीवाड़े की सूचना मिलते ही हमने खाता ब्लाक कर दिया है। खाता मेरठ के योगेश कुमार के नाम से है, उसने खाते में नोएडा का पता अपडेट किया है। पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई है।
-आई जगदीशन, क्षेत्रीय प्रबंधक, सिंडिकेट बैंक, मेरठ
ऐसा किसी ने किया है तो यह देशद्रोह जैसा मामला है। बैंक ने अभी तक पुलिस से यह शिकायत नहीं की है। शिकायत मिलते ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
-रामकुमार वर्मा, आइजी मेरठ रेंज