फर्जी IFS प्रकरण : जोया खान का पिता के साथ रहता था मनमुटाव
पिछले दिनों गिरफ्तार की गई फर्जी आइएफएस जोया खान के मामले में पता चला है कि उसका अपने पिता के साथ भी विवाद रहता था। कई मुद्दों पर दोनों में मनमुटाव था।
By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 10 Apr 2019 04:54 PM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 04:54 PM (IST)
मेरठ,जेएनएन। फर्जी आइएफएस अधिकारी बनकर रौब गांठने वाली जोया खान के पिता डॉ.अमानुल्ला खान ने बताया कि वह अपनी बेटी को प्रशासनिक अधिकारी बनाना चाहते थे और शादी किसी कामयाब लड़के से करना चाहते थे। इन दोनों बातों पर जोया विरोधाभासी थी,जिसके चलते उनका बेटी से मनमुटाव रहता था।
राजदार की बात से पिता का साफ इन्कार
मेरठ छावनी के तिवारी क्वार्टर्स निवासी जोया खान फर्जी आइएफएस अधिकारी बनकर अफसरों व लोगों की आंखों में धूल झोंक रही थी। जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने पर गौतमबुद्धनगर ने गत तीन अप्रैल को जोया को पति सहित गिरफ्तार कर लिया। चार अप्रैल को मेरठ की सिविल लाइन पुलिस ने भी उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। जोया के फर्जीवाड़े में उसके परिवार को भी राजदार माना जा रहा था,हालांकि,उसके पिता एयू खान ने इससे साफ इन्कार किया है।
बेटी ने इज्जत को मिट्टी में मिला दिया
उन्होंने बताया कि दो बेटियों में जोया बड़ी है। 2007 में परीक्षा क्वालीफाई न कर पाने पर उसने नौकरी करने की इच्छा जताई,जिस पर उन्होंने ऐतराज जताया। साथ ही वह हर्ष नाम के युवक से शादी करने की बात कह रही थी। पत्नी द्वारा पता चलने पर उन्होंने विरोध किया। जोया के घर आने पर उनकी बात उससे नहीं होती थी। 2016 में जोया ने बताया कि यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल में न्यूक्लियर पॉलिसी ऑफिसर के पद पर उसकी नौकरी लग गई है। डॉ. एयू खान ने बताया कि गिरफ्तार होने के बाद जोया ने नोएडा पुलिस को बताया कि वह उसे टॉर्चर करते थे। बेटी को अधिकारी बनाने की मंशा रखना और कामयाब लड़के से शादी करना टॉर्चर की श्रेणी में तो नहीं आ सकता। कहा कि 35 साल में जो इज्जत बनाई,बेटी ने उसे मिट्टी में मिला दिया।
राजदार की बात से पिता का साफ इन्कार
मेरठ छावनी के तिवारी क्वार्टर्स निवासी जोया खान फर्जी आइएफएस अधिकारी बनकर अफसरों व लोगों की आंखों में धूल झोंक रही थी। जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने पर गौतमबुद्धनगर ने गत तीन अप्रैल को जोया को पति सहित गिरफ्तार कर लिया। चार अप्रैल को मेरठ की सिविल लाइन पुलिस ने भी उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। जोया के फर्जीवाड़े में उसके परिवार को भी राजदार माना जा रहा था,हालांकि,उसके पिता एयू खान ने इससे साफ इन्कार किया है।
बेटी ने इज्जत को मिट्टी में मिला दिया
उन्होंने बताया कि दो बेटियों में जोया बड़ी है। 2007 में परीक्षा क्वालीफाई न कर पाने पर उसने नौकरी करने की इच्छा जताई,जिस पर उन्होंने ऐतराज जताया। साथ ही वह हर्ष नाम के युवक से शादी करने की बात कह रही थी। पत्नी द्वारा पता चलने पर उन्होंने विरोध किया। जोया के घर आने पर उनकी बात उससे नहीं होती थी। 2016 में जोया ने बताया कि यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल में न्यूक्लियर पॉलिसी ऑफिसर के पद पर उसकी नौकरी लग गई है। डॉ. एयू खान ने बताया कि गिरफ्तार होने के बाद जोया ने नोएडा पुलिस को बताया कि वह उसे टॉर्चर करते थे। बेटी को अधिकारी बनाने की मंशा रखना और कामयाब लड़के से शादी करना टॉर्चर की श्रेणी में तो नहीं आ सकता। कहा कि 35 साल में जो इज्जत बनाई,बेटी ने उसे मिट्टी में मिला दिया।
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