एक विधायक के इशारे पर हो रहे हैं फर्जी मुकदमे
गुरुवार को व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मंडल एसपी सिटी से मिला।
मेरठ, जेएनएन। गुरुवार को व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मंडल एसपी सिटी से मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता के दबाव में आकर पुलिस व्यापारियों पर फर्जी मुकदमे दर्ज कर रही है। दो मुकदमों में पुलिस को सबूत पेश किए, जिसके बाद पुलिस ने हिरासत में लिए दो युवकों को छोड़ दिया।
संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता, सतीश चंद जैन, नीरज मित्तल, संजीव कुमार और विजय आनंद गुरुवार को एसपी सिटी से मिले। नवीन गुप्ता ने बताया कि जानी के रमेश की तरफ से गुरुनानक नगर निवासी अजय पर सात लाख ब्याज की रकम बकाया थी, जिस पर टीपीनगर थाने में दो लाख अस्सी हजार में समझौता हो गया था। अजय की तरफ से चेक नवीन गुप्ता को दे दिया था। इसी बीच नौचंदी के रहने वाले वीके गुप्ता ने रमेश से संपर्क कर उसे पूरी रकम दिलाने का भरोसा दिलाया। उसके बाद सदर बाजार में वीके गुप्ता ने अजय के बेटे अभय और साले संजय गोयल के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज करा दिया। सदर पुलिस ने अभय को उठा लिया था। व्यापारियों ने पूरे घटनाक्रम के लिखित तथ्य एसपी सिटी के सामने पेश किए। उसके बाद अभय को थाने से छोड़ा गया। उसके बाद देहलीगेट में बिना अग्रवाल की तरफ से दर्ज कराए फर्जी मुकदमे की जांच कराने की मांग की। व्यापारियों का कहना है कि बीना अग्रवाल का अशोक कुमार के साथ साझा कारोबार चल रहा था। दोनों पक्षों में विवाद हो गया, जिसे लेकर बीना में देहलीगेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने अशोक के बेटे को हिरासत में ले लिया। बीना ने अशोक के बेटे पर हमले का आरोप लगाया था। पुलिस को व्यापारियों ने बीना की ताला तोड़ते हुए वीडियो पेश की, जिसके बाद अशोक के बेटे को पुलिस ने छोड़ दिया। एसपी सिटी ने दोनों मुकदमों में निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया।