Move to Jagran APP

फैक्ट्री, घर, गोदाम.. हर जगह मिला अवैध पटाखों का जखीरा

प्रशासनिक अमले के तमाम दावों के बावजूद जिले में पटाखों की अवैध फैक्ट्रियां धड़ल्ले से संचालित हो रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 06:00 AM (IST)
फैक्ट्री, घर, गोदाम.. हर जगह मिला अवैध पटाखों का जखीरा
फैक्ट्री, घर, गोदाम.. हर जगह मिला अवैध पटाखों का जखीरा

मेरठ । प्रशासनिक अमले के तमाम दावों के बावजूद जिले में पटाखों की अवैध फैक्ट्रियां धड़ल्ले से संचालित हो रही हैं। पटाखों के अवैध निर्माण और भंडारण के लिए लिसाड़ी गेट क्षेत्र बदनाम है। रविवार को इसका प्रमाण उस वक्त देखने को मिला जब पुलिस ने छापामारी कर भारी मात्रा में बने-अधबने पटाखे और बारूद बरामद किया। एसपी सिटी ने सर्च ऑपरेशन चलाया तो फैक्ट्री, घर और गोदाम में मौत का सामान रखा मिला। पुलिस ने पटाखे व बारूद कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।

loksabha election banner

रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि लिसाड़ी गेट के तारापुरी में अवैध तरीके से कई पटाखा फैक्ट्री संचालित हो रही हैं। पिलोखड़ी चौकी पुलिस ने छापामार कार्रवाई की तो गुलजार पुत्र अजीजुद्दीन के घर में फैक्ट्री संचालित मिली। पुलिस को देखकर गुलजार और उसके बेटे आबिद और राशिद फरार हो गए। सूचना पर एसपी सिटी रणविजय सिंह भी पहुंच गए। उन्होंने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। गुलजार के घर के सामने ही उसका गोदाम मिला, जहां से पटाखों की बड़ी खेप बरामद हुई। इसके बाद दूसरी गली में गुलजार का ही एक और गोदाम मिला, जिसमें बड़ी मात्रा में बारूद व अन्य सामान भरा मिला।

चिंगारी से दहल उठती कॉलोनी

इतनी भारी मात्रा में पटाखा व निर्माण में काम आने वाली सामग्री बरामद होने पर पुलिस भी हैरत में पड़ गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अगर उक्त तीनों में से एक भी जगह चिंगारी लग जाती तो पूरी कॉलोनी दहल उठती। कई लोगों की जान भी जा सकती थी।

लाइसेंस होने का झूठ बोलकर चला रहा था धंधा

स्थानीय लोगों का कहना है कि आबादी के बीच पटाखे बनाने पर वे विरोध करते थे, लेकिन गुलजार पुलिस-प्रशासन से लाइसेंस प्राप्त होने का हवाला देकर उन्हें चुप कर देता था। एसपी सिटी का कहना है कि गुलजार के पास पटाखा बनाने का लाइसेंस नहीं है। उसके खिलाफ विस्फोटक अधिनियम एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

बारूद के ढेर पर शहर

अवैध पटाखा फैक्ट्री शहर में कई स्थानों पर संचालित हैं। लाइसेंस का नवीनीकरण न होने के बावजूद पटाखे बनाने का क्रम जारी है। अधिकांश ठिकानों की जानकारी दमकल विभाग को भी नहीं है। ऐसे में जाहिर है कि शहर बारूद के ढेर पर बैठा है। वहीं, सूत्रों के मुताबिक लिसाड़ी गेट क्षेत्र में ही 50 से अधिक अवैध पटाखा फैक्ट्री और गोदाम हैं।

पुलिस की मिलीभगत से इन्कार नहीं

सूत्रों का कहना है कि कई स्थानों पर पुलिस की मिलीभगत से अवैध पटाखा फैक्ट्री और गोदाम चल रहे हैं। बकायदा इसके लिए मोटी रकम दी जाती है। एसपी सिटी का कहना है कि जिस पुलिसकर्मी की मिलीभगत सामने आएगी, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

समर गार्डन में हो चुका है विस्फोट

गौरतलब है कि हाल ही में बदायूं में पटाखों में हुए विस्फोट में आठ लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद मेरठ में भी पुलिस सक्रिय हो गई है। सरधना व मवाना में फैक्ट्री व गोदाम पकड़े गए हैं। गत 20 सितंबर को लिसाड़ी गेट के ही समर गार्डन में अंवैध पटाखा गोदाम में आग लगी थी, जिसमें बड़ा हादसा टला था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.