गलत बात का डटकर सामना करें छात्राएं : अनिता सी. मेश्राम
बालिका सुरक्षा व जागरूकता अभियान कवच के अंतर्गत गुरुवार को केएल इंटरनेशनल स्कूल में मंडलायुक्त अनिता सी. मेश्राम ने छात्राओं को बिना डरे खुलकर बोलने के लिए प्रेरित किया।
मेरठ, जेएनएन : बालिका सुरक्षा व जागरूकता अभियान 'कवच' के अंतर्गत गुरुवार को केएल इंटरनेशनल स्कूल में मंडलायुक्त अनिता सी. मेश्राम ने छात्राओं को बिना डरे खुलकर बोलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अगर कोई आप पर बुरी दृष्टि रखता है, फब्तियां कसता है या छेड़छाड़ करता है तो सबसे पहले माता-पिता और उसके बाद वुमन पावर लाइन 1090 पर जानकारी दें। छात्राएं अपने शिक्षकों को भी इसकी जानकारी दे सकती हैं। उन्होंने छात्राओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि छात्राओं की सुरक्षा ही पुलिस व प्रशासन की प्राथमिकता है।
खेल को बनाएं जीवन का हिस्सा
मंडलायुक्त ने छात्राओं को शारीरिक खेलकूद प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए जटिल परिस्थितियों से उबरने के टिप्स भी दिए। जूडो कोच अंशू दलाल ने छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए।
देयर इज नो फ्री लंच
एसपी देहात अविनाश पांडेय ने छात्राओं को साइबर क्राइम के विषय में बताते हुए 'देयर इज नो फ्री लंच' के सिद्धांत की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोई भी मोबाइल एप्लीकेशन अपने फोन पर डाउनलोड करते समय उसमें अपने कांट्रेक्ट, गैलरी आदि का एक्सेस न दें। एक्सेस देने से आपकी लोकेशन, फोन नंबर, फोटो आदि की जानकारी लीक हो सकती है। उन्होंने छात्राओं को हेल्पलाइन 181, वुमन पावर लाइन 1090, डायल 100, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि एक चुप कई बड़ी घटनाओं को जन्म देता है, इसलिए हर घटना पर चुप्पी तोड़ना जरूरी है। लड़के-लड़कियों में इतना अंतर क्यों
जागरूकता कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने जानना चाहा कि समाज में लड़के-लड़की में इतना अंतर क्यों है? लड़कियों को कमजोर क्यों समझा जाता है? सारे नियम, सारी पाबंदियां लड़कियों के लिए ही क्यों हैं? इसके जवाब में एसपी देहात ने बताया कि आप तब तक ही कमजोर हैं, जब तक आप खुद को कमजोर समझेंगे। अगर आप हर गलत, अभद्र व्यवहार का विरोध करना सीखेंगी, आत्मनिर्भर बनेंगी तो कोई आपको रोक नहीं सकता। उन्होंने लड़कों को भी अच्छे व सही व्यवहार के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक गिरजेश कुमार चौधरी, यूनिसेफ कोऑर्डिनेटर गुरमुख लांबा, वुमन एंड चाइल्ड वेलफेयर के उप-निदेशक महेश कानपाल व स्कूल के वाइस चेयरमैन तेजेंद्र खुराना उपस्थित रहे। प्रिंसिपल सुधांशु कौशल ने छात्राओं को गलत व्यवहार को न सहने के लिए प्रेरित किया।