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एक्सप्रेस ट्रेनें रद: पारा 35 पार, राज्यरानी पर ‘कोहरे’ की मार

रेलवे ने मेरठ से लखनऊ को जोड़ने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस को जनवरी में कोहरा बताते हुए रद किया था। यह आज तक रद ही है। नौचंदी एक्सप्रेस पर भी रेलवे की मनमानी का ब्रेक लग जाता है।

By Taruna TayalEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 02:33 PM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 02:33 PM (IST)
एक्सप्रेस ट्रेनें रद: पारा 35 पार, राज्यरानी पर ‘कोहरे’ की मार
एक्सप्रेस ट्रेनें रद: पारा 35 पार, राज्यरानी पर ‘कोहरे’ की मार
मेरठ, [संदीप शर्मा]। धूप जलाने लगी है। कूलर-पंखे चल गए हैं। पारा 35 के पार है, लेकिन रेल की पटरियों पर अभी भी कोहरा पसरा है। चार महीने पहले शुरू हुए कोहरे से अभी तक ट्रेनें रद हैं। रेलवे ने मेरठ से लखनऊ को जोड़ने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस को जनवरी में कोहरा बताते हुए रद किया था। यह आज तक रद ही है। मेरठ को लखनऊ से जोड़ने वाली दूसरी मुख्य ट्रेन नौचंदी एक्सप्रेस पर भी रेलवे की मनमानी का ब्रेक कभी भी लग जाता है।
कर्मचारियों की भारी कमी से जूझ रहा रेलवे
रेलवे आजकल कर्मचारियों की भारी कमी से जूझ रहा है। रेलवे आए दिन न केवल दिल्ली-मेरठ-सहारनपुर बल्कि दूसरे रूटों पर भी पैसेंजर ट्रेनें अतार्किक कारणों से रोक देता है। लेकिन मेरठ रूट के यात्रियों को इससे दूसरे रूटों के बजाय ज्यादा परेशानी हो रही है। मेरठ से बड़ी संख्या में यात्री दिल्ली और सहारनपुर की ओर जाते हैं। इनमें ज्यादा संख्या नौकरीपेशा लोगों की है। ट्रेन की समस्या के चलते दिल्ली में नौकरी करने वाले अनेक लोग अस्थायी तौर पर रिश्तेदारी या किराये पर रहने को मजबूर हो गए हैं।
चार गुना महंगा और देरी का हुआ सफर
दिल्ली जाने के लिए यात्रियों को अब करीब चार गुना पैसा और समय खर्च करना पड़ रहा है। मेरठ से दिल्ली पैसेंजर ट्रेन का किराया 20 रुपये है, जबकि यात्रियों को रोडवेज बसों में लगभग 100 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। मेरठ-दिल्ली हाईवे पर आए दिन रहने वाले जाम से यात्रियों का समय भी 4-5 घंटे लग रहा है। दिल्ली में सरकारी नौकरी करने वाले अजय कुमार ने बताया कि कई बार तो ऐसा होता है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर आए दिन भीषण जाम रहता है। मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे अभी कागजों में ही है। टाइम से दिल्ली में ऑफिस पहुंचना होता है। इसके बाद समय से घर भी आना होता है। कई बार तो सारा समय बस और टेंपो में ही निकल जाता है। सड़क मार्ग से दिल्ली जाना मेरठवासियों के लिए नाकों चने चबाने जैसा है। दिल्ली-मेरठ हाईवे पर कई-कई घंटे जाम रहता है।
बसों के लिए रही मारामारी
बिजनौर जाने के लिए यात्रियों की परेशानी सोमवार को जारी रही। यात्रियों को बिजनौर जाने के लिए लंबा रूट तय करना पड़ा और ज्यादा किराया देना पड़ा। शाम को लखनऊ जाने के लिए भी काफी संख्या में यात्री सोहराब गेट डिपो पहुंचे। 23 को नौचंदी के आरंभ होने के बाद स्थिति में सुधार के आसार हैं। 20 बसें तीसरे चरण के बाद 24 अप्रैल को चुनाव ड्यूटी में जाएंगी।
यात्री परेशान रेलवे को हो रहा लाखों का नुकसान
मेरठ से चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनें रद होने से रेलवे अभी तक लाखों का नुकसान ङोल चुका है, लेकिन अभी तक रद ट्रेनों के चलने का नाम नहीं है। इस साल एक जनवरी से राज्यरानी एक्सप्रेस लगातार, नौचंदी और संगम एक्सप्रेस बीच-बीच में रद होती रही हैं। इससे यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। रेलवे का राजस्व घाटा भी बढ़ता जा रहा है।
नौचंदी, संगम और राज्यरानी रोजाना देती हैं दस लाख का राजस्व
राज्यरानी एक्सप्रेस रोजाना लाखों रुपये का राजस्व देती हैं। इसे रद हुए साढ़े तीन महीने से ज्यादा होने को हैं, लेकिन आज भी इसे नहीं चलाया गया। यात्री उम्मीद करते हैं कि राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रैक पर आ जाएगी, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगती है। पहली बार राज्यरानी को करीब डेढ़ माह के लिए रद किया गया था। फिर एक महीना। इसके बाद 15-15 दिन कर रद करने की सीमा बढ़ाई गई। सिटी स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि राज्यरानी एक्सप्रेस से मेरठ से रोजाना अमूमन 30 हजार रुपये का राजस्व मिलता है। वहीं, नौचंदी एक्सप्रेस और संगम एक्सप्रेस का औसत 50 हजार है। इन तीनों एक्सप्रेस ट्रेनों को बाकी राजस्व अन्य स्टेशनों से मिलता है। साल 2018-19 का रेलवे का ऑपरेटिंग रेश्यो 96.2 का है। एक जनवरी से तीनों ट्रेनों के रद रहने से अभी तक 9 लाख से ज्यादा का राजस्व नुकसान हो चुका है।
राज्यरानी रद, टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग जारी
कमाल ये है कि राज्यरानी एक्सप्रेस तो रद है, लेकिन इसके टिकटों की बुकिंग ऑनलाइन जारी है। पहले टिकट बुक हो जाता है, लेकिन जैसे ही यात्र की तिथि आती है तो अपरिहार्य कारणों से ट्रेन रद होने का मैसेज आ जाता है। इसके बाद पहले से निश्चित यात्रियों के सामने संकट खड़ा हो जाता है। इस परेशानी को बयान करने के लिए यात्रियों के पास कोई मंच भी नहीं है।
राज्यरानी चलाने का आदेश नहीं आया : स्टेशन अधीक्षक
स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा का कहना है कि यात्रियों की समस्याएं सही हैं, लेकिन ट्रेन संचालन का निर्णय ऊपर से होता है। राज्यरानी एक्सप्रेस और अन्य पैसेंजर ट्रेनों के चलने का अभी तक आदेश नहीं आया है। यात्रियों की परेशानी को लेकर रेलवे गंभीर है।
संगम चली, नौचंदी आज जाएगी
यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर। संगम एक्सप्रेस मेरठ सिटी स्टेशन से अपने निर्धारित समय शाम 7 बजे चली। वहीं, नौचंदी एक्सप्रेस आज (मंगलवार) को शाम अपने निर्धारित समय पर चलेगी। स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि संगम और नौचंदी को नियमित चलाने की हर संभव कोशिश की जाएगी। 

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