Move to Jagran APP

हर आइडिया कमाल का..सात को आगे बढ़ने का मिला मौका

युवाओं को उद्यमशीलता से भी जुड़ना पड़ेगा। जहां वह अपने एक आइडिया से पूरे समाज को बदल सकते हैं, तो दूसरी ओर लोगों को रोजगार भी मुहैया करा सकेंगे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 03:00 AM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 03:00 AM (IST)
हर आइडिया कमाल का..सात को आगे बढ़ने का मिला मौका
हर आइडिया कमाल का..सात को आगे बढ़ने का मिला मौका

जागरण संवाददाता, मेरठ : सिर्फ नौकरी के पीछे भागने से बात नहीं बनेगी। युवाओं को उद्यमशीलता से भी जुड़ना पड़ेगा। जहां वह अपने एक आइडिया से पूरे समाज को बदल सकते हैं, तो दूसरी ओर लोगों को रोजगार भी मुहैया करा सकेंगे। दैनिक जागरण की ओर से आयोजित जनहित जागरण के सोशल स्टार्ट अप प्लान में सोमवार को मेरठ के सिटी पिच पर प्रतिभागियों ने अपने आइडिया और प्लान से बता दिया कि वह बहुत कुछ करने की क्षमता रखते हैं। बागपत बाइपास स्थित एमआइईटी में आयोजित कार्यक्रम में 17 प्रतिभागियों ने अपना स्टार्ट अप और आइडिया पेश किया। उसमें निर्णायकों ने व्यक्तिगत और संस्थागत में तीन प्रतिभागियों का चयन किया। इसके साथ ही कुल सात प्रतिभागियों को जनहित जागरण के दूसरे राउंड के लिए चयन किया गया।

loksabha election banner

जनहित जागरण के सिटी पिच में दैनिक जागरण के सात सरोकार गरीबी उन्मूलन, सुशिक्षित समाज, स्वस्थ समाज, जल संरक्षण, जनसंख्या प्रबंधन, नारी सशक्तीकरण, पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सामाजिक उद्यमशीलता पर आइडिया या स्टार्ट अप प्रस्तुत करने के लिए बहुत से प्रतिभागियों ने आवेदन किया था। जिसमें से चुने हुए 17 प्रतिभागियों ने अपने स्टार्ट अप और आइडिया को निर्णायकों के सामने प्रस्तुत किया। इनमें से सर्वश्रेष्ठ आइडिया और स्टार्ट अप देने वाले प्रतिभागियों को अगले राउंड के लिए चुना गया। कार्यक्रम का शुभारंभ एमआइईटी के डायरेक्टर ले. जनरल (रि.) जीएम गर्ग, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, निर्णायकों में अरुण चौधरी, टफहोप कंसल्टेंसी की प्रतिनिधि जिग्ना केशव, मेरठ स्पो‌र्ट्स एंड इलेक्ट्रानिक्स साल्यूशन के संस्थापक दीपक सिद्धू ने किया।

सर्वश्रेष्ठ आइडिया और स्टार्टअप का चयन

सिटी पिच पर सभी 17 प्रतिभागियों ने अपने-अपने आइडिया और स्टार्ट अप को सामने रखा। सभी को पांच-पांच मिनट का समय दिया गया था। इसमें राजीव तोमर को प्रथम, वैभव शर्मा को द्वितीय और रंजन कुमार तिवारी को तृतीय स्थान के लिए चुना गया। इन्हें क्रमश: 10 हजार, पांच हजार और तीन हजार रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया गया। इसके साथ ही अभिषेक वर्मा, अभ्युदय सिद्धार्थ, सहज राना और संदीप कुमार वर्मा को व्यक्गित और संस्थागत प्रतिभागी के तौर पर अगले राउंड के लिए चुना गया।

ट्रेनिंग और वित्तीय मदद भी मिलेगा

सिटी पिच पर चयनित सात प्रतिभागी दूसरे राउंड में हिस्सा लेंगे। नवंबर में दूसरा राउंड होगा। इसकी सूचना उन्हें फोन से दी जाएगी। दूसरा राउंड टेलीफोनिक या पार्टनर की इच्छा के अनुसार किया जाएगा। दूसरे राउंड में चयनित होने वाले उम्मीदवार आइडिया लेबल पर चयनित होते हैं तो उन्हें आइआइएम कोलकाता में तीन दिन की विशेष ट्रेनिंग का मौका मिलेगा। ट्रेनिंग के बाद एक प्रतियोगिता होगी। जिसमें सफल होने पर एक लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा। साथ ही अगर वह अपने आइडिया को आगे बढ़ाते हुए स्टार्ट अप से जुड़ना चाहते हैं तो नेशनल पिच में अपने आइडिया और स्टार्ट अप को रखने का मौका मिलेगा। नेशनल पिच में पूरे देश से 17 प्रविष्टियों को चुना जाएगा। इसमें हर एक को 25-25 लाख रुपये की वित्तीय मदद की जाएगी।

ये हैं तीन सर्वश्रेष्ठ आइडिया

पहले नंबर पर राजीव तोमर का रोशनी किसान सहायक स्टार्ट अप रहा। इसके माध्यम से उन्होंने किसानों को शिक्षित करने का प्रयास किया है। वैभव शर्मा ने लाइनमैन लाइफ सेविंग सिस्टम बनाकर बिजली के कर्मचारियों को सुरक्षित करने का प्रयास किया है। तीसरे नंबर पर रहे रंजन कुमार तिवारी ने रेलवे स्टेशन पर कार्यरत कुली की सेवा देने के लिए आनलाइन बुकिंग सिस्टम शुरू करने का आइडिया दिया। जिसमें लोग एप के माध्यम से कुली की बुकिंग पहले ही कर सकेंगे।

इन आइडिया व स्टार्टअप का भी चुनाव

जनहित जागरण के पिच पर जिन चार प्रतिभागियों का चुनाव अगले राउंड के लिए किया गया। उसमें अभिषेक वर्मा के मेडिकल के लिए बनाए गए संजीवनी ड्रिप सिस्टम, अभ्युदय के माई शिक्षक एप, सहज राना के रूट एप और संदीप कुमार वर्मा के एग्रीकल्चर प्रोटेक्शन सिस्टम को दूसरे राउंड के लिए चुना गया है।

इन्होंने भी पेश किया आइडिया

जनहित जागरण के पिच पर अन्य जिन प्रतिभागियों ने अपने आइडिया और स्टार्टअप को रखा। उसमें केके छावड़ा- मास सिक्योरिटी, अजीम अख्तर - मोदी बाइक, संस्कृति त्यागी- ऊर्जा- 1.0, सूर्याश- स्मार्ट वियर, निखिल श्रीवास्तव- स्मार्ट एग्रीकल्चर सिस्टम, अतुल माथुर- आर्गेनिक फार्मिग, निशांत शर्मा- प्राण स्टार्ट अप, क्षितिज रावत- मास इनोवेट, सर्वेश गर्ग- स्मार्ट साल्यूशन, आशुतोष उपाध्याय- होम ट्यूशन गुरू रहा।

ये बोले निर्णायक-

300 साल पहले भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था, उस समय भारत के लोग नौकरी नहीं किसी न किसी उद्यम से जुड़े हुए थे। अंग्रेजों के आने के बाद नौकरी करने की प्रक्रिया शुरू हुई और तभी से हम अभाव में रहने लगे। बचपन से युवाओं के भीतर नौकरी करना ही सिखाया जाता है। दैनिक जागरण का जनहित जागरण ने युवाओं को एक ऐसा प्लेटफार्म दिया है, जहां वह विभिन्न सामाजिक सरोकार से जुड़ते हुए उद्यमिता से जुड़ सकेंगे।

दीपक सिद्धू, मेरठ स्पो‌र्ट्स एंड इलेक्ट्रानिक साल्यूशन व समन्वयक उद्यमिता उत्तर प्रदेश जनहित जागरण के सिटी पिच पर सभी प्रतिभागियों ने शानदार आइडिया पेश किया है। इसमें से सर्वश्रेष्ठ को चुना गया है। जो अगले राउंड में जाएंगे। सभी आइडिया और स्टार्ट अप को चार फैक्ट पर देखा गया। जो भी चुने गए प्रतिभागी हैं, उन्हें पार्टनर अपने स्तर पर देखेंगे, उसके बाद नेशनल पिच पर प्रतिभागियों को जाने और अपने सपने को पूरा करने का मौका मिलेगा।

जिग्ना केशव, टफहोप दैनिक जागरण के सात सरोकार समाज में बदलाव लाने वाले हैं। हर सरोकार समाज के लिए जरूरी है। इन सरोकार को सामने रखते हुए प्रतिभागियों ने अपने आइडिया और स्टार्ट अप को प्रस्तुत किया। सभी आइडिया बेहतर हैं। प्रतिभागियों ने उन्हें सरोकार से जोड़ने का प्रयास किया है। कृषि क्षेत्र में इनोवेशन के लिए जिस तरह से युवा आगे आ रहे हैं। वह देश के लिए अच्छा है।

अरुण चौधरी, डीन इंडस्ट्रीयल रिलेशन, एमआइईटी इनका रहा सहयोग

एमआइईटी के वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, डायरेक्टर जनरल जेएम गर्ग, विश्वास गौतम, अजय चौधरी, संजय वशिष्ठ, धमेंद्र शर्मा। ये भी रहे शामिल

आयोजन में स्ट्रेटजिक पार्टनर टफहोप, सिटी पिच पार्टनर एमआइईटी, डोमेन पार्टनर प्लान, प्रदान, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन आफ इंडिया, वाटर एड, पिरामल स्कूल आफ लीडरशिप, नालेज पार्टनर आइएसईई, देशपांडे फाउंडेशन, इन्क्यूबेशन पार्टनर स्टार्ट अप ओसिस, केआइआइटी, आइआइएम कोलकाता, आइआइटी कानपुर, विलेजग्रो भी शामिल रहे। स्टार्ट अप शुरू कीजिए, फंड की समस्या नहीं

एमआइईटी के वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल ने कहा कि सामाजिक क्षेत्र में अवसर बहुत है। अगर इसमें इनोवेशन के साथ कोई उतरता है तो फंड की समस्या नहीं रहेगी। डायरेक्टर जनरल जीएम गर्ग ने कहा कि सफलता के लिए केवल अधिक नंबर हासिल करना मायने नहीं रखता है। समाज को कुछ नया देने की क्षमता अगर विकसित होती है तो ही हम खुद को सफल मान सकते हैं। उन्होंने पीने के पानी की समस्या बताते हुए युवाओं को इस दिशा में इनोवेशन करने का सुझाव भी दिया।

मायूस न हो आगे भी मौका

जनहित जागरण में कुछ चुनिंदा प्रतिभागियों को मौका मिला, जिन प्रतिभागियों को आगे जाने का मौका नहीं मिला। उन्हें मायूस होने की जरूरत नहीं है। वह जागरण के सात सरोकार से संबंधित क्षेत्रों में अपने इनोवेशन को आगे बढ़ाते रहे। जनहित जागरण में उन्हें आगे भी मौका मिलेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.