महिला की मौत के बाद सक्रिय हुई पुलिस, पांच गिरफ्तार
पीड़ित परिवार की मानें तो अरसे से छेड़छाड़ हो रही थी। कभी युवती तो कभी उसकी मां को अमर्यादित टिप्पणी झेलनी पड़ रही थी। पूरे घटनाक्रम में आरोपित और पुलिस बराबर के कसूरवार हैं।
मेरठ। पीड़ित परिवार की मानें तो अरसे से छेड़छाड़ हो रही थी। कभी युवती तो कभी उसकी मां को अमर्यादित टिप्पणी झेलनी पड़ रही थी। पूरे घटनाक्रम में आरोपित और पुलिस बराबर के कसूरवार हैं। एक साल पहले शिकायत करने पर पुलिस ने पीड़ित को ही थाने में बैठा लिया था। अब नए घटनाक्रम की शिकायत करने पर भी पीड़ित को दुत्कार ही मिली। नतीजा, पूरे परिवार को जानलेवा कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।
एक बार फिर सामने आया खाकी का बदरंग चेहरा
पुलिस का बदरंग चेहरा देखने को मिला। बुधवार देर रात सल्फास के सेवन से महिला की मौत हो गई। परिजनों ने इसकी सूचना थाना पुलिस को दी, लेकिन इसके बावजूद भी कोई नहीं पहुंचा। 12 घंटे से अधिक समय तक शव ऐसे ही पड़ा रहा। पीड़ित के परिजनों ने बताया कि गुरुवार सुबह अधिकारियों के संज्ञान में आने पर थाना पुलिस हरकत में आई। तब पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस घटना से आक्रोशित लोगों ने आरोपितों व दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसओ धर्मेंद्र सिंह उक्त संबंध में सूचना नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ते रहे।
काश, पुलिस पहले ही कार्रवाई कर देती..
पुलिस घटना को लेकर टालमटोल करती रही। पीड़ित को ही पुलिसिया सिस्टम से दो-चार होना पड़ा। परिवार द्वारा सामूहिक आत्महत्या का कदम उठाने के बाद एक की मौत होने पर पुलिस नींद से जागी। तत्परता दिखाते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया और पांच आरोपित गिरफ्तार भी कर लिए। लोगों का कहना है कि काश पुलिस पहले कार्रवाई कर देती तो परिवार को यह कदम उठाना नहीं पड़ता और महिला जिंदा होगी। गांव में आरोपितों के खिलाफ आक्रोश
एक ही परिवार से तीन लोगों द्वारा जहर खाने और उनमें से एक की मौत की घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ था। पीड़ित परिवार, पड़ोसी महिलाओं व रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल था। गांव में इस घटना से आरोपितों के खिलाफ आक्रोश है।