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शताब्दीनगर-छह में विकास की तैयारी, हो सकता है टकराव

मेरठ : एमडीए शताब्दीनगर के सेक्टर-छह को विकसित करने की तैयारी कर चुका है। मगर यहां क

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 08:00 AM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 08:00 AM (IST)
शताब्दीनगर-छह में विकास की तैयारी, हो सकता है टकराव
शताब्दीनगर-छह में विकास की तैयारी, हो सकता है टकराव

मेरठ : एमडीए शताब्दीनगर के सेक्टर-छह को विकसित करने की तैयारी कर चुका है। मगर यहां की पूरी जमीन किसानों के कब्जे में है ऐसे में टकराव की स्थिति बन सकती है।

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1830.65 एकड़ में शताब्दीनगर योजना बसाने के लिए इसे 11 सेक्टरों में बांटा गया था। मगर इसकी 600 एकड़ जमीन पर अभी भी किसानों का कब्जा है। ऐसे में सेक्टर-छह, सात, आठ आदि सेक्टर विकसित नहीं हो सके। जबकि यहां के प्लाट काटकर बेचे जा चुके थे। सेक्टर छह के पार्ट-एक का क्षेत्रफल 110217 वर्ग मीटर व पार्ट-दो का क्षेत्रफल 95345 वर्ग मीटर है। दोनों सेक्टरों को मिलाकर 250 से अधिक प्लाट के आवंटी पिछले 15-20 साल से एमडीए के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन एमडीए इन आवंटियों को प्लाट पर कब्जा नहीं दिला सका है। प्लाट के बदले दूसरा प्लाट भी नहीं दिया गया। आवंटियों के अदालत की शरण में जाने की धमकी से परेशान होकर एमडीए ने अब सेक्टर छह में सीवर लाइन, पेयजल पाइप लाइन, सड़क, पार्क आदि कार्य के लिए चार करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार कर लिया है। जल्द ही इसका टेंडर निकाला जाएगा। एमडीए ने विकास कार्य की तैयारी तो कर ली है लेकिन यहां समस्या बनेगी किसानों का विरोध। किसान नई भूमि अधिग्रहण नीति के तहत मुआवजा की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। यह मांग बहुत पुरानी हो चुकी है। इस मांग के कारण ही यह कालोनी विकसित नहीं हो पाई है। बहरहाल, एमडीए किसानों से बातचीत करके रास्ता निकालेगा। चीफ इंजीनियर दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल आंतरिक विकास के लिए एस्टीमेट तैयार किया गया है। किसानों से इस संबंध में बातचीत की जाएगी।


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