समाज पर रागिनी बनाकर छा गए इंजीनियरिंग के विद्यार्थी, देशभर के लोग कर रहे पंसद
लॉकडाउन में कॉलेज बंद होने पर मुजफ्फरनगर के त्यागी बंधुओं ने समाज पर रागिनी बनाई। रागिनी में उन्होंने गांव और त्यागी समाज की विशेषता को सुरों में पिरोया। लॉकडाउन में आधुनिक रागिनी तैयार कर यू-ट्यूब पर अपलोड की है
मुजफ्फरनगर, [दिलशाद सैफी]। इंजीनियरिंग विद्यार्थी और त्यागी युवा बंधुओं ने गांव और समाज की विशेषता को सुर में पिरोया है। लॉकडाउन में आधुनिक रागिनी तैयार कर यू-ट्यूब पर अपलोड की है, जिसे देशभर में हजारों लोगों ने पसंद किया है। गांवों की पृष्ठभूमि को शब्दों के ताने-बाने में बुना है। 32 युवा, अनुभवी सदस्यों ने इस रागिनी को तैयार किया है।
सुरों में पिरोया रागिनी को
मूलरूप से महरायपुर और इंदिरा कॉलोनी के हाल निवासी गोपाल त्यागी के पुत्र भानु प्रताप त्यागी को रागिनी लिखने और सुनने का शौक है। भानु गुरुग्राम के विश्वविद्यालय में बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। वह बताते हैं कि उन्होंने अपने जिले के त्यागी समाज के गांव और उनकी विशेषता को आधुनिक संगीत के साथ सुरों में पिरोया है। इसके लिए अपने साथियों यश त्यागी, आदेश त्यागी, तरुण प्रताप त्यागी को साथ लेकर करीब 20 दिन तक गांवों और नोएडा के स्टूडियो में शूङ्क्षटग की है। बताया कि रागिनी बनाने में करीब 37 हजार रुपये छात्रवृत्ति के खर्च किए हैं। बताया कि स्वतंत्रता सेनानी आशाराम त्यागी उनके पूर्वज हैं।
गायक अजय त्यागी, संगीतकार आबिद अली
रागिनी के बोल यश त्यागी ने लिखे हैं, जबकि गायक अजय त्यागी हैं। कोरियोग्राफी और निर्देशन अजय ने किया। आबिद अली ने संगीत दिया है। चार मिनट 51 सेकेंड की वीडियो बनाने में 27 युवा त्यागी बंधु शामिल रहे हैं।