Move to Jagran APP

मेरठ में कोरोना महामारी के चलते 15 वें वित्त के कामों पर ब्रेक, इन कार्यों में जुटे कर्मचारी

नगर निगम ने इसके अनुरूप कार्यक्रम तैयार भी कर लिया था। लेकिन कामों के टेंडर शुरू होते कि कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ गया। अब नगर निगम का पूरा अमला कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन कराने में जुट गया है। निगरानी समितियों की जिम्मेदारी है।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 09:38 AM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 09:38 AM (IST)
मेरठ में कोरोना महामारी के चलते 15 वें वित्त के कामों पर ब्रेक, इन कार्यों में जुटे कर्मचारी
मेरठ में कोरोना के कारण कामों पर लगा ब्रेक।

मेरठ, जेएनएन। 15 वें वित्त आयोग से मिली धनराशि से नगर निगम को वित्तीय वर्ष 2021-22 के निर्धारित काम इसी वर्ष पूरे करने हैं। ऐसा न करने पर केंद्र से अगली किस्त की धनराशि नहीं मिलेगी। यह प्राविधान किया गया है। नगर निगम ने इसके अनुरूप कार्यक्रम तैयार भी कर लिया था। लेकिन कामों के टेंडर शुरू होते कि कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ गया। अब नगर निगम का पूरा अमला कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन कराने में जुट गया है। निगरानी समितियों की जिम्मेदारी है।

loksabha election banner

कोरोना संक्रमितों के घर पर पोस्टर चस्पा करने हैं। सैनिटाइजेशन अभियान चलाना है। साफ-सफाई बेहतर करनी है। इस वक्त के यह प्राथमिकता वाले काम हैं। 15 वें वित्त आयोग के तहत नगर निगम ने पांच साल का एक्शन प्लान बनाया है। जिसके तहत कचरा निस्तारण व प्रबंधन, वायु गुणवत्ता सुधार, सीवरेज व पेयजल जैसी व्यवस्थाएं सुधारनी है। हालांकि समग्र परियोजनाएं 2025 तक धरातल पर लानी है। लेकिन वर्ष वार जो काम निर्धारित किए गए हैं, वह साल भर के भीतर ही पूरे करने हैं। इस हिसाब से अप्रैल में सभी कामों के टेंडर हो जाने चाहिए थे। लेकिन कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने सारा शेड्यूल बिगाड़ दिया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.