नौ मिनट में 20 फीसद घटी बिजली डिमांड
रविवार रात नौ बजे जैसे ही लोगों ने घरों की बिजली बंद करनी शुरू की वैसे ही बिजली महकमे की चुनौती बढ़ गई। हाईवोल्टेज से बचने के लिए बिजली अधिकारी मुख्य अभियंता वितरण कार्यालय और पश्चिम पारेषण कार्यालय के कंट्रोल रूम में बैठकर निगरानी करते रहे। रात 10 बजे तक जब स्थिति सामान्य हो गई तो अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।
मेरठ, जेएनएन। रविवार रात नौ बजे जैसे ही लोगों ने घरों की बिजली बंद करनी शुरू की, वैसे ही बिजली महकमे की चुनौती बढ़ गई। हाईवोल्टेज से बचने के लिए बिजली अधिकारी मुख्य अभियंता वितरण कार्यालय और पश्चिम पारेषण कार्यालय के कंट्रोल रूम में बैठकर निगरानी करते रहे। रात 10 बजे तक जब स्थिति सामान्य हो गई तो अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।
नौ मिनट घरों की बिजली बंद रहने से जिले में लगभग 20 फीसद डिमांड में कमी आंकी गई। अर्थात पीक डिमांड, जो वर्तमान में 300 मेगावाट लगभग है, उसमें से लगभग 50 मेगावाट बिजली खपत एकाएक कम हो गई। हालांकि बिजली की मांग कम होने पर हाईवोल्टेज की स्थिति से बचने के लिए पहले से जिलेभर के बिजली घरों से कैपेसिटर बैंक हटा दिए गए थे। इससे विद्युत तंत्र से कैपेसिटर बैंक का संपर्क हट गया था। वितरण के कंट्रोल रूम में मुख्य अभियंता वितरण एसबी यादव, अधीक्षण अभियंता एके सिंह और अधिशासी अभियंता जश्मीर सिंह और पश्चिम पारेषण के कंट्रोल रूम में बिजली अधिकारी डटे रहे। रात 10 बजे स्थिति सामान्य हो गई। मुख्य अभियंता एसबी यादव ने कहा कि जिले में बिजली आपूíत कहीं नहीं बंद की गई थी, केवल लोगों ने घरों की लाइट बुझाई। पश्चिम विक्षोभ सक्रिय, तापमान पर लगेगी लगाम
मेरठ : चार-पांच दिन तक लगातार शुष्क मौसम के बाद एक बार फिर वातावरण में बदलाव के आसार बन रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में रविवार की रात से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसके प्रभाव से छह, सात और आठ को पर्वतीय इलाकों और पंजाब, हरियाणा समेत एनसीआर के मैदानी इलाकों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विवि के मौसम केंद्र के प्रभारी डॉ. यूपी शाही ने बताया कि बारिश की तीव्रता अलग-अलग स्थानों में अलग-अलग रहेगी। छह अप्रैल को पंजाब में बारिश होगी। इसके बाद दिल्ली, एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश होगी। सात अप्रैल को दिल्ली और मेरठ में भी बारिश होगी। बिजली की चमक के साथ तेज हवा चल चलेगी।
10 मार्च के बाद बढ़ेगा तापमान
बताते चलें कि अप्रैल आरंभ हो गया है। इसके बावजूद पारा अभी तक उच्चतम बिंदु 33 डिग्री एक अप्रैल को आंका गया है। रविवार को भी अधिकतम तापमान 32.6 और न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सामान्य से एक डिग्री कम रहा। गत वर्षो में नजर डालें तो इस समय पारा 35-36 डिग्री रहता था। कई विशेषज्ञों का मानना है तापमान में बढ़ोत्तरी से कोरोना का प्रकोप थमेगा। इसे लेकर लोग तापमान में बढ़ोत्तरी की आस लगाए हुए हैं। रविवार को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसका असर दो-तीन दिन तक बना रहेगा। इसके बाद एक कम तीव्रता का पश्चिमी विक्षोभ नौ अप्रैल को सक्रिय होगा। डॉ. यूपी शाही ने बताया कि मौसम के इन प्रभावों के चलते 10 अप्रैल के बाद ही तापमान में अपेक्षित बढ़ोत्तरी की संभावना है।