ईडीएफसी निर्माण में तेजी, रात-दिन चल रहा काम
रेलवे की अति महत्वपूर्ण ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना के निर्माण ने तेजी पकड़ ली है।
जेएनएन, मेरठ। रेलवे की अति महत्वपूर्ण ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना के निर्माण ने तेजी पकड़ ली है। मेरठ करनाल हाईवे के बटजेवरा से लेकर खिर्वा नोआबाद और दौराला तक रेल लाइन के लिए मिट्टी डालने का काम तेजी से चल रहा है। दोनों स्थानों पर ब्रिज निर्माण के लिए पाइल बनाने को सरिए खड़े कर दिए गए हैं, वहीं ब्रिज निर्माण के लिए फाउंडेशन तैयार है। बटजेवरा से खिर्वा नोआबाद तक पड़ने वाले गांव और संपर्क मार्ग में नौ बॉक्स ब्रिज का भी निर्माण तेजी से चल रहा है। तीन माह काम बंद रहने के बाद अब दिन रात काम चलने से निर्माण में तेजी आ गई है।
पश्चिम बंगाल के दानाकुई से पंजाब के लुधियाना तक निर्माणाधीन ईडीएफसी का निर्माण लॉकडाउन में तीन माह से अधिक बंद रहने के बाद अब गति पकड़ रहा है। रेलवे लाइन साढ़े 13 मीटर ऊंची बनाने के लिए मिट्टी के भराव का काम रात दिन चल रहा है। इसके अलावा ब्रिज बॉक्स और ओवरब्रिज के निर्माण के लिए भी मजदूर दिन रात काम कर रहे हैं। मेरठ करनाल हाईवे के दोनों ओर 12-12 पाइल और एक-एक टेस्ट पाइल बनने के बाद मुख्य ब्रिज तैयार करने के लिए फाउंडेशन तैयार है। इतनी ही संख्या में खिर्वा रोड के खिर्वा नोआबाद में भी पाइल का निर्माण पूरा हो चुका है। एक माह में मेरठ करनाल हाईवे और खिर्वा नोआबाद में खिर्वा रोड पर ब्रिज बनाने के लिए रोड के दोनों ओर 13-13 पाइल तैयार कराए गए हैं। गांवों के संपर्क मांगों पर बनने वाले बॉक्स ब्रिज की ऊंचाई साढे चार से साढे़ पांच फीट तक रखी जाएगी। हाईवे पर ओवरब्रिज की ऊंचाई साढे तेरह फीट होगी। नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे के अलावा गांव से गुजरने वाली ब्रिज के अलावा 13 मीटर मिट्टी का भराव कराने के बाद पत्थर बिछने के बाद पटरी बिछाई जाएगी। मेरठ करनाल हाईवे पर बनने वाले ब्रिज की संख्या 235 होगी जबकि खिर्वा रोड पर बनने वाले ब्रिज की संख्या 244 है। इन दोनों ब्रिज के निर्माण पूरा कराने के साथ ही दौराला, मछरी, सुरानी समेत मार्ग में पड़ने वाले स्थानों पर मुख्य ब्रिज और बाक्स ब्रिज का निर्माण तेजी से चल रहा है।