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एनसीईआरटी किताबों से पढ़ाने को तैयार हो जाएं शिक्षक

उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा शिक्षकों के सम्मेलन में बोले।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Oct 2017 07:20 PM (IST)Updated: Fri, 13 Oct 2017 07:20 PM (IST)
एनसीईआरटी किताबों से पढ़ाने को तैयार हो जाएं शिक्षक
एनसीईआरटी किताबों से पढ़ाने को तैयार हो जाएं शिक्षक

जागरण संवाददाता, मेरठ : उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा ने अगले सत्र से शिक्षकों को एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाने की तैयारी अभी से करने को कहा है। 70 फीसद सिलेबस एनसीईआरटी जबकि 30 फीसद सिलेबस माध्यमिक शिक्षा परिषद का ही रहेगा। यह बात उन्होंने प्यारेलाल शर्मा सभागार में राजकीय शिक्षक संघ की ओर से आयोजित सेवानिवृत्त राजकीय शिक्षक सम्मान समारोह में कहीं। डा. शर्मा ने कहा कि जल्द ही बोर्ड परीक्षा का कार्यक्रम जारी किया जाएगा और एक महीने के भीतर बोर्ड परीक्षा पूरी हो जाएगी। इसके साथ ही अगले सत्र का समय व दाखिले की तिथियां भी जारी कर दी जाएंगी।

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डा. शर्मा ने कहा कि बोर्ड परीक्षा की कापियों की मूल्यांकन पूरा होते ही शिक्षकों को मूल्यांकन का भुगतान कर दिया जाएगा। शिक्षकों की ओर से रखी गई पदोन्नति, स्थानांतरण और सेवा निवृत्त होने वाले शिक्षकों के भुगतान सही समय पर किए जाने की मांग को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। डा. शर्मा ने कहा कि स्थानांतरण की व्यवस्था ऑनलाइन की गई है जिसमें शिक्षक स्वयं अपने आवेदन कर सकते हैं। यही व्यवस्था पदोन्नति में भी लागू हो रही है जिसमें शिक्षक का पदोन्नति समय होते ही उनको प्रमोशन की सूचना मिल जाएगी।

न बनें चंदे के धंधे का हिस्सा

डा. शर्मा ने कहा कि कुछ लोग शिक्षकों से चंदा लेकर हर मामले को कोर्ट में ले जाने का धंधा करते हैं, ऐसे लोगों के चक्कर में आप लोग न पड़ें। मंत्री ने कहा, उनके रहते किसी शिक्षक को कोर्ट जाने की जरूरत नहीं है। बिना किसी सोर्स के अपनी समस्या बताएं, निश्चित समाधान होगा। पदोन्नति के लिए अब जो घूस मांगेगा उसे जेल जाना पड़ेगा। डा. शर्मा ने कहा कि कोर्ट में लंबित छोटी-छोटी बातों पर किए गए मामले यह दर्शाते हैं कि शिक्षक का विभाग से विश्वास टूटा है। अब ऐसा नहीं होगा।

स्कूल में राजनीति से आई गिरावट

माध्यमिक शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि स्कूलों को राजनीति का अड्डा बनाए जाने से ही सरकारी स्कूलों में गिरावट आई है। उन्होंने कहा हम संगठन खत्म नहीं करना चाहते लेकिन संगठन में रहने के बाद भी शिक्षकों को पहले पढ़ाई करानी होगी उसके बाद कोई दूसरा काम कर सकते हैं। शिक्षकों से अपनी अपेक्षाएं बताते हुए उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षक योग्य है और उन्हें कक्षा में समय से पहुंचकर अपनी योग्यता साबित करनी चाहिए। जो शिक्षक व प्रधानाचार्य अपने विद्यालय को आदर्श बनाएंगे उन्हें नियम से हटकर भी पदोन्नति व स्थानांतरण में प्राथमिकता दी जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने साल 2017 में सेवानिवृत्त 60 शिक्षकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल, विधायक संगीत सोम, सोमेंद्र तोमर, सत्यवीर त्यागी, भाजपा नेता पंडित सुनील भराला, जेडी दिव्यकांत शुक्ल, डीडीआर आशुतोष भारद्वाज, डीआईओएस सरदार सिंह, प्रांतीय संरक्षक बीएन खरे, सह संरक्षक रणवीर सिंह यादव, मंडल अध्यक्ष विपिन भारद्वाज, जिलाध्यक्ष सुषमा त्यागी व जिला मंत्री पुनीत कुमार भी मौजूद रहे। अध्यक्षता संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सुनील भड़ाना व संचालन डा. नारायण शरण ने किया।


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