मेरठ में सेना ने सुरक्षा कारणों से दशहरा मेला लगाने की नहीं दी अनुमति, कमेटी पदाधिकारियों ने PM को किया ट्वीट
Dussehra 2022 मेरठ की रामलीला कमेटी कसेरूखेड़ा के पदाधिकारियों का कहना है कि पूर्व में यहां पर 14 दिन की रामलीला और दशहरा मेले का आयोजन होता था। इसकी अनुमति स्थानीय प्रशासन व स्टेशन हेड क्वार्टर रक्षा संपदा विभाग से ली जाती है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मवाना रोड स्थित भगत लाइंस के सामने कसेरूखेड़ा में लगने वाले दशहरा मेले पर असमंजस के बादल मंडरा गए हैं। सेना ने ए-1 लैंड का हवाला देते हुए मेले की अनुमति देने से इन्कार कर दिया है। वहीं, रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने मेला लगाने को लेकर अड़िग होते हुए प्रधानमंत्री को ट्वीट किया है। रामलीला कमेटी ने सांसद, कैंट विधायक से बात करते हुए मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी अपनी बात रखी है।
बोले कमेटी पदाधिकारी, 14 दिन की रामलीला व दशहरा मेले का होता था आयोजन
रामलीला कमेटी कसेरूखेड़ा के अध्यक्ष विनोद सोनकर व उपाध्यक्ष रुचिर मित्तल ने बताया कि पूर्व में यहां पर 14 दिन की रामलीला व दशहरा मेले का आयोजन होता था। इसकी अनुमति स्थानीय प्रशासन व स्टेशन हेड क्वार्टर रक्षा संपदा विभाग से ली जाती है। बताया कि रक्षा संपदा विभाग ने उन्हें इस बार मंगलवार तक अनुमति प्रदान नहीं की। उन्होंने कहा कि दशहरा पर्व मनाने से क्यों रोका जा रहा है। यह बात समझ से परे है। सवाल किया कि मेला लगने से किस प्रकार की असुरक्षा खड़ी हो जाएगी। यह जवाब किसी के पास नहीं है।
आयोजकों का कहना है कि मैदान पर मंच लगने के साथ रावण का पुतला भी लगा दिया गया है। इसके अलावा सजावट, लाइट व दुकानें लगनी शुरू हो गई हैं। यदि सेना के अधिकारी इसे करने से रोकते हैं तो वहीं पर धरना दिया जाएगा।
- - - - -
नवमी पर हुआ कन्या पूजन, लगे भंडारे
मेरठ, जागरण संवाददाता। शारदीय नवरात्र के अवसर पर मंगलवार को औघड़नाथ मंदिर में नवमी का पूजन, हवन व भंडारे का आयोजन किया गया। हवन के यजमान मंदिर समिति के उपाध्यक्ष धीरेंद्र सिंघल रहे। कन्याओं के पूजन के बाद भंडारे में प्रसाद वितरण हुआ। छावनी परिषद के सीईओ ज्योति कुमार पत्नी संग पहुंचे और बाबा औघड़नाथ मंदिर के दर्शन किए। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष महेश कुमार बंसल, महामंत्री सतीश सिंघल, प्रबंधक दिनेश मित्तल, अशोक चौधरी व कैलाश बंसल मौजूद रहे।