मेरठ में नशे का कारोबार : चार दिन में खपा दिया जाता था 10 लाख का माल, आरोपितों की डायरी में कुछ अहम सुराग
Drug trade in Merut नशे के कारोबारियों ने मेरठ को उड़ता पंजाब बना रखा था। चार दिन में ही दस लाख रुपये का माल खपा दिया जाता था। आसपास के राज्यों में भी उनका नेटवर्क था।
मेरठ, जेएनएन। नशे के कारोबारियों ने मेरठ को उड़ता पंजाब बना रखा था। चार दिन में ही दस लाख रुपये का माल खपा दिया जाता था। आसपास के राज्यों में भी उनका नेटवर्क था। साथ ही उनके कई जिलों में भांग और शराब के भी ठेके हैं। हालांकि कार्रवाई के बाद से ही दोनों सरगना फरार हैं। उनकी तलाश में दो टीमें दबिश दे रही हैं। उनके खिलाफ गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पकड़े गए चारों आरोपितों को रविवार को जेल भेज दिया गया।
चार को भेजा गया जेल
शनिवार को एएसपी इराज राजा के नेतृत्व में लालकुर्ती पुलिस ने घोसी मोहल्ले में मूलचंद के मकान पर छापा मारा था, जिसे पाबली खास मोदीपुरम निवासी सतेंद्र और मवाना निवासी राजू ने किराये पर ले रखा था। यहां से 28 किलो गांजा, चार किलो चरस और 220 किलो भांग बरामद की थी। पुलिस ने रतन कुमार निवासी खसौरा हरदोई, राजकुमार निवासी सुभाष नगर सिविल लाइन, जुगल निवासी जामुन मोहल्ला लालकुर्ती और मोनू यादव निवासी शिवशक्ति नगर को पकड़ लिया था, जबकि सतेंद्र और राजू फरार हो गए थे। रविवार को पुलिस ने पकड़े गए चारों आरोपितों को जेल भेज दिया।
गैंगस्टर के तहत होगी कार्रवाई
एएसपी ने बताया कि राजू और सतेंद्र को पकडऩे के लिए दो टीमें दबिश दे रही हैं। उनके खिलाफ गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की जाएगी। जांच में पता चला कि उनकी आसपास के जिलों में और भी ठेके हैं। आरोपित माल कहां से लाते थे, यह उनके पकड़े जाने के बाद ही साफ हो पाएगा। थाना प्रभारी रवेंद्र पलावत ने बताया कि एक डायरी भी मिली है, जिससे कई अहम जानकारी हाथ लगी है। आरोपितों के मोबाइल बंद हैं। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी ले रखा है। वहीं, माल पंजाब से सहारनपुर के रास्ते लाने की चर्चा है।
शुक्रवार रात आया था माल
जांच के दौरान पता चला कि शुक्रवार रात माल आया था। सोमवार को उसकी सप्लाई होनी थी। इससे पहले ही पुलिस ने पकड़ लिया। आरोपित इतने शातिर हैं कि हर डेढ़ से दो माह में गोदाम बदल देते हैं। यह गोदाम भी करीब डेढ़ माह पहले ही लिया था। इसे भी बदलने की तैयारी थी। उधर, नशे का सामान मेडिकल स्टोर और कुछ कॉलेजों में भी सप्लाई किए जाने की जानकारी सामने आ रही है।
बंद ठेके के आड़ में नशे का कारोबार
हापुड़ अड्डे पर स्थित भांग के ठेके का इस साल नवीनीकरण नहीं हुआ, इसलिए वह बंद है। बावजूद इसके बंद ठेके की आड़ में ही नशे का कारोबार किया जा रहा है। इसकी जानकारी आबकारी विभाग को भी है। अफसरों ने कई बार दबिश भी दी, लेकिन सौदागर हाथ नहीं आया।