मेरठ में शादी समारोह में खाना खा रहे मासूम के मुंह पर कुत्ते ने काटा, मची अफरातफरी
Dog bites News मेरठ के सरधना में सोमवार की रात को एक शादी समारोह में मासूम को कुत्ते ने काट लिया। घटना से मौके पर अफरातफरी मच गई। मासूम को इलाज के लिए सीएचसी से मेरठ के अस्पताल में किया रेफर। ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ के सरधना थाना क्षेत्र का बेगमाबाद निवासी युवक अपने परिवार के साथ मेहरमती मीणा गांव में स्थित मंडप में सोमवार रात शादी में गए थे। जब उनका बेटा खाना खा रहा था। तभी कुत्ते ने मासूम के मुंह पर काट लिया। इसके बाद उसे स्वजन सीएचसी ले गए। जहां से उसे मेरठ के अस्पताल रेफर कर दिया।
घटना के बाद समारोह स्थल पर अफरातफरी मच गई।
खाना खाते समय काटा
बेगमाबाद गांव निवासी प्रदीप अपनी पत्नी आरती व बेटे नौ वर्षीय नैतिक के साथ दौराला रोड पर स्थित मेहरमती मीणा गांव में मंडप में शादी में गए थे। बताया गया कि जब नैतिक खाना खा रहा था। तभी कुत्ते ने उसके मुंह पर काट लिया। चीख-पुकार मचने पर आसपास के लोगों ने मासूम को बचाया। लेकिन, इस बीच कुत्ते ने एक अन्य युवक को और घायल कर दिया। इसके बाद प्रदीप व अन्य लोग आनन-फानन में नैतिक को लेकर सीएचसी पहुंचे। जहां, प्राथमिक उपचार के बाद उसे मेरठ रेफर कर दिया।
आवारा या मंडप संचालक ने ही सुरक्षा के लिए पाल रखा है कुत्ता
बेगमाबाद ग्राम प्रधान सुरेशचंद ने बताया कि मंडप में गांव निवासी जगतपाल की पोती की शादी थी। कुत्ता आवारा था या फिर मंडल संचालक ने सुरक्षा के मद्देनजर कुत्ता पाल रखा था। इसका पता नहीं चला। लेकिन, मंडप संचालक से बात की जाएगी। वेस्ट यूपी में कुत्तों द्वारा काटे की घटनाएं बढ़ती जा रही है।
रेबीज खतरनाक बीमारी
आपको बता दें कि रेबीज दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारी है। बचाव ही इलाज है। कुत्ते द्वारा काटने पर एंटी रेबीज इंजेक्शन जरूर लगवाएं। लेकिन इससे पहले घाव को बहते पानी में साबुन से देर तक धोना चाहिए। जिला अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल अफसर डा. यशवीर सिंह कई प्रकार की एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं। कुत्तों के काटने पर इन बातों पर सबसे गौर करना चाहिए।
रेबीज होने का खतरा, यह करें
1 - कुत्ता, बिल्ली, बंदर, तेंदुआ, नेवला, छछूंदर और कई बार गाय के काटने पर भी रेबीज हो सकता है। ऐसे में जीव की पहचान जरूरी है।
2 - सिर के जितना पास घाव होगा, उतना ज्यादा खतरा। वायरस दिमाग में पहुंचकर हाइड्रोफोबिया बना देता है।
मरीज को पानी से डर लगता है। मौत निश्चित होती है।
3 - कुत्ता काट ले तो घाव को बहते पानी में 30 मिनट तक धोएं। इससे 90 फीसद वायरस निकल जाने की गुंजाइश बन जाती है।
4 - घाव पर एंटीसेप्टिक विलयन कतई न लगाएं। घाव को बांधें नहीं, खुला छोड़ें।
5 - पहला इंजेक्शन 24 घंटे के अंदर लें, और कुत्ते पर तीन दिन तक नजर रखें। अगर कुत्ता सप्ताहभर में मर जाता है तो सभी इंजेक्शन जरूर लें।
6 - कुत्ते को टीका लगवाने के बाद भी यह दूसरों को काटकर संक्रमित कर सकता है।
7 - मीट एवं मछली बाजार के आसपास पलने वाले कुत्तों से ज्यादा सावधान रहें। काटने पर टिटनेस का भी इंजेक्शन जरूरी है।