डाक्टरों की हड़ताल टली, सप्ताहभर बाद होगा निर्णय
नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में गुरुवार से प्रस्तावित हड़ताल को स्थगित कर दिया गया है। आइएमए की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के निर्देश पर मेरठ चैप्टर ने भी हड़ताल को टाल दिया।
मेरठ, जेएनएन : नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में गुरुवार से प्रस्तावित हड़ताल को स्थगित कर दिया गया है। आइएमए की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के निर्देश पर मेरठ चैप्टर ने भी हड़ताल को टाल दिया। जम्मू कश्मीर के हालात, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के निधन और नार्थ ईस्ट समेत देश के कई हिस्सों में बाढ़ को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने हड़ताल स्थगित कर दी। सप्ताहभर बाद ही कोई निर्णय होगा।
आइएमए के सचिव डा. संदीप जैन ने बताया कि बुधवार सुबह डाक्टरों की मीटिंग हुई। इस दौरान बिल के विरोध में गुरुवार को ओपीडी और इमरजेंसी बंद रखने का निर्णय लिया गया। किंतु दोपहर करीब तीन बजे आइएमए की राष्ट्रीय टीम ने सभी चैप्टरों का पत्र भेजकर हड़ताल निरस्त करने की घोषणा कर दी। डा. संदीप जैन ने बताया कि केंद्र सरकार फिलहाल कई चुनौतियों से घिरी है। जम्मू-कश्मीर में साहसिक कदम उठाने के बाद यहां दुनिया की नजर है। आइएमए पूरी तरह सरकार के साथ खड़ी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के निधन एवं पूर्वोत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में बाढ़ से हालात बिगड़े हुए हैं। ऐसे में आइएमए की केंद्रीय टीम ने सप्ताहभर के लिए हड़ताल टाला है। गत दिनों डाक्टरों की टीम ने केंद्रीय मंत्री डा. हर्षवर्धन से मुलाकात कर बिल के दो बिंदुओं पर संशोधन की सिफारिश की थी, जो अब लोकसभा में पेश होना है। अगर सप्ताहभर के अंदर डाक्टरों द्वारा सुझाए गए संशोधन शामिल कर लिए गए तो हड़ताल रोकी जा सकती है। बैठक में अध्यक्ष डा. शिशिर जैन, डा. ऋषि भाटिया, डा. विकास गुप्ता, डा. जेवी चिकारा, डा. नवनीत अग्रवाल व कई अन्य शामिल हुए।