Doctor's Day 2022: अच्छे चिकित्सक तैयार करना बड़ी चुनौती, वरिष्ठ विशेषज्ञों की मदद ले सरकार
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर विशेष मेरठ के डाक्टरों की राय मेडिकल कालेज बढ़ाने पर गुणवत्ता वाली पढ़ाई भी है आवश्यक। लंबी होती जा रही मेडिकल की पढ़ाई घट रही सामाजिक सुरक्षा। अच्छी पढ़ाई के लिए वरिष्ठ विशेषज्ञों की राय ली जानी चाहिए।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Doctor's Day 2022 कोरोना महामारी का वह समय याद कीजिए जब चिकित्सकों के सम्मान में घंटे, घड़ियाल, थाली बज उठे थे क्योंकि वे अपनी जान की परवाह छोड़कर दूसरों की जान बचाने में दिन-रात घर से दूर अस्पतालों में जमे रहते थे। आज राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस है। उस समय का सम्मान हर समय हम सभी को दिल में रखना चाहिए और चिकित्सकों को भी उसी सेवा भावना से हर दिन काम करना चाहिए। ऐसा मानना है कि प्रसिद्ध वरिष्ठ चिकित्सकों का। वे मानते हैं कि सरकार अब चिकित्सकों की कमी दूर करने के लिए ढांचागत व्यवस्था में बदलाव कर रही है।
लिया जाए अनुभव का लाभ
हर जिले में मेडिकल कालेज और पुराने मेडिकल कालेजों को एम्स में बदलने की दिशा में बढ़ रही है लेकिन इन सबके सामने चुनौती आएगी अच्छे चिकित्सक तैयार करने के लिए गुणवत्ता वाली पढ़ाई की। इनकी सलाह है कि अच्छी पढ़ाई के लिए वरिष्ठ विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा लेनी चाहिए। वे चाहे सरकारी सेवा के हों, सेवानिवृत्त हों या फिर प्राइवेट सेक्टर के हों। उनके अनुभव का लाभ पूरे समाज को दिया जा सकता है।
आइए जानते हैं वरिष्ठ चिकित्सकों के नजरिए से
- चिकित्सक सम्मान, संसाधन और सुरक्षा चाहते हैं। कोरोना के समय जो सम्मान चिकित्सकों को दिया उस सम्मान को आजीवन देने की भावना लोग रखें। इसी तरह से चिकित्सक भी अच्छी भावना से इलाज करें। रही बात चिकित्सकों की स्थिति और कमी की तो मेडिकल की पढ़ाई अब लंबी होती जा रही है, इससे नए बच्चे नहीं आ पाएंगे क्योंकि उन्हें भी अपना जीवन जीना है सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाना है। चिकित्सकों को सामाजिक सुरक्षा भी मिलनी चाहिए जिसकी कमी दिखाई पड़ती है। फिर भी सरकारी चिकित्सकों के साथ ही प्राइवेट सेक्टर के चिकित्सक सेवा कर रहे हैं। चिकित्सक ही ऐसे हैं जो रात में भी उपलब्ध रहते हैं। लोगों को चिकित्सकों के प्रति उदार रवैया रखना चाहिए।
- डा. राजीव अग्रवाल, वरिष्ठ कार्डियोलाजिस्ट
सरकार की यह पहल अच्छी है कि हर जिले में मेडिकल कालेज खोला जा रहा है। प्यारे लाल जिला अस्पताल को मेडिकल कालेज में बदलने की योजना सुनी जा रही है। मगर मेडिकल कालेजों में गुणवत्ता वाली पढ़ाई कराने वाले उस आवश्यकता के अनुसार उपलब्ध नहीं हो पाएंगे। इसलिए सरकार को अच्छे चिकित्सक तैयार करने के लिए वरिष्ठ विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा लेनी चाहिए। वे चाहे सरकारी सेवा के हों, सेवानिवृत्त हों या फिर प्राइवेट सेक्टर के हों। उनके अनुभव का लाभ पूरे समाज को दिया जा सकता है। क्योंकि अच्छी पढ़ाई मिलेगी तभी अच्छे चिकित्सक बनेंगे।
- डा. तनुराज सिरोही, वरिष्ठ फिजीशियन
चिकित्सक को कुशल प्रबंधक, कुशल प्रशासक होना चाहिए। सामाजिक और राजनीतिक भागीदारी रखनी चाहिए। चिकित्सक समाज को अच्छी दिशा दे सकता है। चिकित्सकों की कमी दूर करने के लिए सरकार मेडिकल कालेज की संख्या बढ़ा रही है लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि उनकी गुणवत्ता में कमी न आए। मानक पूरे होने चाहिए क्योंकि अच्छे चिकित्सक नहीं निकलेंगे तो यह समाज के लिए घातक होगा। इसलिए पढ़ाई बेहतर होनी चाहिए।
- डा. वीरोत्तम तोमर, वरिष्ठ सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञ
चिकित्सक को अपने मरीजों के प्रति विश्वास पैदा करना चाहिए। क्योंकि बड़े भरोसे के साथ एक परिवार किसी चिकित्सक को इलाज के लिए सौंपता है। जिस तरह से प्राइवेट क्षेत्र पर निर्भरता है उसका मान रखना चाहिए क्योंकि सरकारी क्षेत्र में चिकित्सकों और संसाधन की कमी से प्राइवेट क्षेत्र की तरफ लोग जाते हैं। चिकित्सकों को गुणवत्ता का ध्यान रखना चाहिए। नए अनुसंधानों से मित्रवत होकर उसका लाभ मरीज को देना चाहिए।
- डा. संजय गुप्ता, वरिष्ठ रेडियोलाजिस्ट
इस बार राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस का थीम है फ्रंटलाइन पर पारिवारिक डाक्टर। इसलिए चिकित्सकों को विश्वास पैदा करना होगा। अच्छा चिकित्सक लंबा पर्चा के बजाय लंबी सलाह देता है। अच्छा चिकित्सक बीमारी का इलाज करता है, जबकि महान चिकित्सक बीमार का इलाज करता है।
- डा. कृतेश मिश्रा, सहायक आचार्य, लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कालेज
मेरठ साउथ मेडिकल एसोसिएशन ने किया चिकित्सकों का सम्मान
मेरठ : मेरठ साउथ मेडिकल एसोसिएशन ने डाक्टर्स डे की पूर्व संध्या पर आइएमए हाल में सम्मान समारोह आयोजित किया। कार्यक्रम में मेरठ साउथ मेडिकल एसोसिएशन के 10 चिकित्सकों का सम्मान अतिथितयों द्वारा किया गया। उन्हें प्रमाण पत्र, प्रतीक चिह्न भेंट किए गए। सम्मान पाने वाले चिकित्सकों में डा. गौरव दीक्षित, डा. शिवानी दीक्षित, डा. संदीप जैन, डा. मंजीत सिंह, डा. जीसी खोकर, डा. अमित शर्मा, डा. दीपक अगवाल, डा. सारिका अग्रवाल, डा. अजय गुप्ता और डा. अभे अजय शामिल रहे। मुख्य अतिथि लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता ने कहा कि चिकित्सक अपने दायित्वों का निर्वाहन करते हुए समाज की सेवा करे। सही राह पर चलने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में आइएमए अध्यक्ष डा. रेनू भगत, सचिव डा. अनुपम सिरोही विशिष्ट अतिथि रहे।