डाक्टर की सलाह है कि मास्क तो कोरोना के बाद भी है जरूरी
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क सबसे कारगर है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क सबसे कारगर है, लेकिन यह अन्य टीबी व सास की अन्य बीमारियों से भी बचा रहा है। खासकर, सíदयों में स्माग और प्रदूषित कणों को फेफड़े में पहुंचने से रोकेगा। कैंसर रोग विशेषज्ञ डा. अमित जैन का कहना है कि एनसीआर में वायु प्रदूषण से लंग्स कैंसर सबसे तेज बढ़ा है, जिसका रिस्क मास्क कम कर सकता है। बार-बार हाथ धोने, शारीरिक दूरी रखने एवं घर का भोजन करने से 70 फीसद बीमारियों से बचाव होगा।
वेलेंटिस अस्पताल के निदेशक डा. अमित जैन ने कहा कि कोरोना ने जीने का एक नया तरीका सिखाया है, जिसे तत्काल छोड़ना खतरनाक होगा। मास्क लगाने से धूलकणों और धुएं से बचाव होगा, जो अस्थमा, सीओपीडी, ब्राकाइिटस व लंग्स कैंसर का कारण है। घर पर साफ भोजन करने से बाजार के प्रदूषित खानपान से बचा जा सकता है। रसायनयुक्त खानपान से खाने की नली, मुंह व लिवर का कैंसर हो सकता है। हाथ साफ करने से डायरिया, टायफायड, डायरिया एवं पीलिया जैसी कई बीमारियों से बचाव होगा। कोरोना में योग और आयुर्वेद के रूप में दो बड़े उपहार मिले हैं, जिस पर अमल कर व्यक्ति न सिर्फ निरोगी होगा, बल्कि इच्छाशक्ति भी बेहतर होगी। फरवरी तक कोरोना वैक्सीन आ भी जाए, किंतु सफाई और मास्क की उपयोगिता बनी रहेगी।