स्वाइन फ्लू के इलाज में न बरतें कोताही
केएमसी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल एंड हार्ट सेंटर में शनिवार को स्वाइन फ्लू पर प्रेसवार्ता की गई जिसमें वरिष्ठ फिजिशियन डा. अमिताभ गौतम डा. संदीप जैन डा. विनय अग्रवाल डा. अविनाश जौहरी डा. राजेश मिश्रा एवं सर्जन डा. सुनील गुप्ता व डा. प्रतिभा मौजूद रहे।
मेरठ, जेएनएन। केएमसी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल एंड हार्ट सेंटर में शनिवार को स्वाइन फ्लू पर प्रेसवार्ता की गई, जिसमें वरिष्ठ फिजिशियन डा. अमिताभ गौतम, डा. संदीप जैन, डा. विनय अग्रवाल, डा. अविनाश जौहरी, डा. राजेश मिश्रा एवं सर्जन डा. सुनील गुप्ता व डा. प्रतिभा मौजूद रहे। सभी फिजिशियन ने बताया कि स्वाइन फ्लू एक वायरल संक्रमण है। जो एच वन एन वन वायरस के सक्रिय होने से फैलता है। यह ठंड के मौसम में पनपता है। चिकित्सकों ने कहा कि यह गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन इलाज में कोताही बरतने पर यह घातक हो जाता है। चिकित्सकों ने कहा कि तापमान बढ़ने पर यह वायरस अपने आप समाप्त हो जाता है, लेकिन कुछ कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों पर असर करता है। जांच के बाद ही इसकी पुष्टि संभव है। ऐसे रोगियों को आइसोलेटेड आइसीयू में ही रखना चाहिए। मास्क और एंटी स्वाइन फ्लू वैक्सीन लगवानी चाहिए। केएमसी चिकित्सा संस्थान ऐसे रोगियों को लाने के लिए आधुनिक सुविधाओं एवं पैरामेडिकल स्टॉफ से युक्त निश्शुल्क एंबुलेंस सुविधा भी प्रदान की जाती है। प्रेसवार्ता में प्रशासक इंदू रंजना समेत अन्य स्टॉफ मौजूद रहा। ये हैं लक्षण -लगातार बुखार बने रहना। -खांसी बने रहना। -छाती में दर्द व सांस लेने में परेशानी होना। -लंबे समय से जुकाम, बदन दर्द व आंखों में जलन होना। बचाव के उपाय -हाईप्रोटीन डाइट जैसे अंडा, मीट, सोयाबीन, दूध, राजमा, छोला, पनीर, चना, हरी सब्जियां व दाल की मात्रा खानपान में बढ़ाएं। पानी खूब पीएं। सर्दी व जुकाम को स्वाइन फ्लू का लक्षण न समझें। जांच के बाद दवा खाने की कोशिश करें। मरीज को परिजनों से दूर रखें। टेमीफ्लू दवा पूरी तरह कारगर है। --- दो मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि जागरण संवाददाता, मेरठ : लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब ने दो और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि की है। इनमें पल्लवपुरम फेस द्वितीय की युवती और सुभाष नगर का युवक शामिल हैं। दोनों मरीजों का इलाज शुरू करा दिया गया है। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि स्वाइन फ्लू के मरीजों की स्क्रीनिंग प्रतिदिन अस्पतालों में कराई जा रही है।