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Dehydration से बचा रहा नमक का ओवरडोज, जानिए कैसे ? Meerut News

यह बात भी कम चौंकाने वाली नहीं है कि भारतीय खानपान में मसाला और नमक की मात्रा ज्यादा होने से गर्मी और उमस के बीच डिहाइड्रेशन के खतरे से बचाव मिल रहा है।

By Prem BhattEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 09:23 AM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 09:23 AM (IST)
Dehydration से बचा रहा नमक का ओवरडोज, जानिए कैसे ? Meerut News
Dehydration से बचा रहा नमक का ओवरडोज, जानिए कैसे ? Meerut News

मेरठ, [जागरण स्‍पेशल]। यूं तो चाट, पकौड़े, नमकीन और तली भुनी चीजें खाना सेहत के लिए घातक है, किंतु कई बार इससे सेहत को सुरक्षा भी मिल जाती है। खासकर, भारतीय खानपान में मसाला और नमक की मात्रा ज्यादा होने से गर्मी और उमस के बीच डिहाइड्रेशन के खतरे से बचाव मिल रहा है। शरीर से पसीना के साथ नमक निकलने से मरीज बेहोश हो सकते हैं। हीट स्ट्रोक एवं किडनी फेल्योर का भी रिस्क है।

हवा में नमी खतरनाक 
गत 15 दिन से वातावरण में आद्र्ता की मात्रा ज्यादा बनी हुई है। हाई ह्यूमिड से शरीर में तेजी से पसीना बनता है। शरीर से सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम निकलने से नसों एवं मांसपेशियों पर दबाव बढ़ता है। शरीर का सूचना तंत्र फेल हो सकता है। चिकित्सकों ने बताया कि हवा में नमी से जहां वायरल बुखार और एलर्जी तेजी से बढ़ा, वहीं डिहाइड्रेशन से कई मरीजों को भर्ती करना पड़ा। तेज धूप में निकलने, ज्यादा शारीरिक परिश्रम एवं कम पानी पीने से शरीर में नमक की कमी हो सकती है

10 से 12 ग्राम नमक खा रहे शहरवासी 
इस मौसम में उल्टी, दस्त, टायफायड, पीलिया एवं वायरल बुखार में भी शरीर से बड़ी मात्रा में नमक निकल जाता है। जिमखानों में पसीना बहाने वाले युवकों के शरीर में पानी की कमी मिल रही है। पैथोलोजिस्ट की रिपोर्ट देखें तो मरीजों के शरीर में सोडियम, पोटेशियम की मात्रा जांची जा रही है। चिकित्सकों का कहना है कि मेरठवासी रोजाना करीब 10-12 ग्राम नमक खाते हैं। इससे शरीर में सोडियम की मात्रा बनी रहती है।

इन बातों का रखें ध्‍यान
उमस को हल्के में न लें। पसीना निकले तो शिकंजी, नींबू पानी व ओआरएस ले सकते हैं।
जिम व खेल मैदान में ज्यादा परिश्रम करने से बचें। धूप में देर तक न घूमें।
वायरल संक्रमण में बुखार से भी शरीर का नमक घटता है।
उमस में नमक का सेवन नियमित करें। बीपी के मरीज हैं तो डाक्टर से सलाह लें।
उमस में चर्म रोग तेजी से बढ़ते हैं, ऐसे में दूसरों का तौलिया न प्रयोग करें।
घरों की सफाई रखें। ह्यूमिडिटी से एलर्जी हो तो डाक्टर से मिलें।

इनका कहना है
उमस भरा मौसम बीमारियां संक्रमित करने के साथ ही डिहाइड्रेशन भी बनाता है। शरीर में नमक कम न होने दें। भारतीय व्यक्ति तली-भुनी चीजों, फास्टफूड एवं अचार-व अन्य माध्यमों से रोजाना औसतन दस ग्राम तक नमक खाता है, इससे उमस के बावजूद डिहाइड्रेशन से बचाव होता है।
- डा. राजकुमार, सीएमओ

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