BJP: पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर संगठन महामंत्री सुनील बंसल की दो टूक-किसी दबाव में न आएं
मेरठ में भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने साफ कर दिया है कि विधायकों के दबाव में आकर निर्णय नहीं लेना है। अगर कोई विधायक ब्लाक प्रमुख के लिए किसी की पैरोकारी कर रहा है तो उसे पहले पंचायत अध्यक्ष बनाने में मदद करने के लिए कहें।
मेरठ, जेएनएन। पंचायत चुनावों में गच्चा खाने के बाद भाजपा में संगठन और विधायकों के बीच तालमेल और बिगड़ गया है। जीत-हार को लेकर आपस में दोषारोपण के बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने साफ कर दिया है कि विधायकों के दबाव में आकर निर्णय नहीं लेना है। अगर कोई विधायक ब्लाक प्रमुख के लिए किसी की पैरोकारी कर रहा है तो उसे पहले पंचायत अध्यक्ष बनाने में मदद करने के लिए कहें। संगठन को भी मंथन करने की नसीहत दी है, ताकि विस चुनावों में पार्टी नुकसान से बच सके।
क्षेत्रीय कार्यालय पर बंसल ने समीक्षा बैठक में कई बड़े संकेत दिए। पंचायत चुनावों के परिणामों को लेकर उन्होंने क्षेत्रीय एवं जिला इकाई के साथ ही विधायकों की भी नसीहत दी। उन्होंने साफ कर दिया कि जनप्रतिनिधियों के क्षेत्रों में पार्टी का सूपड़ा साफ होने का क्या आशय है। चार साल बाद भी जनप्रतिनिधि न अपनी छाप छोड़ पाए हैं, और न ही प्रदेश सरकार की नीतियों से जनता को जोड़ सके हैं। मेरठ में तकरीबन टिकट विधायकों की पसंद पर दिए गए थे, जिसमें कई विस क्षेत्रों में पार्टी पूरी तरह साफ हो गई। अब पार्टी कोई ऐसा मौका नहीं देगी।
12 जुलाई तक पंचायत चुनाव पूरी तरह संपन्न कर लिए जाएंगे, जिसमें सबसे पहले 20 से 25 जून के बीच जिला पंचायत अध्यक्ष चुने जाने हैं। इसके बाद ही ब्लाक प्रमुखों के चुनावों में संगठन दिलचस्पी लेगा। इधर, पंचायत चुनावों में नाकाम रहे विधायकों ने अपनी पसंद के ब्लाक प्रमुख बनाने के लिए गोलबंदी तेज कर दी है, जो प्रदेश इकाई को रास नहीं आ रही।
बंसल ने विधायकों को संदेश दे दिया कि वो पंचायत अध्यक्ष बनवाने पर जोर दें, और ब्लाक प्रमुखों के चेहरों पर इसके बाद ही कोई चर्चा होगी। इससे पहले संगठन को भटकाने वाले विधायकों की रिपोर्ट तलब की जाएगी। गत दिनों प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने र्क जिलों का दौरा कर तैयारियों की थाह ली थी। अब सुनील बंसल ने क्षेत्रीय इकाई के साथ ही 19 जिलाध्यक्षों एवं जिला प्रभारियों को बड़ा पंचायत चुनावों का बड़ा होमवर्क थमा दिया है। इसके आधार पर ही विस 2022 की तैयारियों की दिशा तय होगी।