अब भूलकर भी न तोड़ें नियम, ई-चालान शुरू हो गए हैं
इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत यातायात पुलिस ने पहले ही दिन 25 वाहन चालकों के चालान काट दिये।
By Taruna TayalEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 03:05 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 03:05 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। शहर की सड़कों पर यातायात नियम तोडऩा कोई नई बात नहीं है। यहां नियम भी रोज टूटते हैं और यातायात पुलिस चालान भी रोजाना ही करती है, लेकिन नई बात यह है कि ट्रैफिक पुलिस भी बदलते वक्त के साथ हाईटेक हो गई है। लखनऊ, नोएडा और गाजियाबाद के बाद मेरठ में भी ई-चालान का शुभारंभ कर दिया गया है। यदि भूलकर भी नियम तोड़ा तो चालान सीधे आपके घर पहुंच जाएगा।
गुरुवार से ई-चालान की शुरुआत
ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार से ई-चालान की शुरुआत की। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत शासन ने यातायात पुलिस को 64 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया है। यह रुपया डाक टिकट, लिफाफा व प्रिंट पर होने वाली लागत पर खर्च किया जाएगा। टीएसआइ डीडी दीक्षित ने बताया कि टीआइ सुनील कुमार सिंह व अनिल कुमार मिश्रा की टीमों ने पहले दिन 25 चालान किए। सबसे ज्यादा चालान सीट बेल्ट नहीं लगाने और रेड लाइट क्रॉस करने पर किए गए।
एंड्रायड करेगा सर्वर पर डाटा अपलोड
एंड्रायड मोबाइल में ई-चालान एप के जरिए चालान कटते ही डाटा यातायात पुलिस के सर्वर में अपडेट हो जाएगा। इसमें पुलिस अधिकारियों को भी पता चल जाएगा कि कितने पुलिसकर्मियों ने कितने, कहां और किस वाहन के कौन सा नियम तोडऩे पर चालान किए हैं।
हो सकती है कानूनी कार्रवाई
इलेक्ट्रॉनिक चालान यानी एक बार ई-चालान के शिकार हुए तो दोबारा पकड़ा जाना पहली बार से ज्यादा महंगा पड़ेगा। यानी, जुर्माना अधिक वसूला जाएगा। यदि तीसरी बार पकड़े गए तो मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई तक हो सकती है।
लखनऊ में हुई ट्रेनिंग
10 पुलिसकर्मियों को यातायात निदेशालय लखनऊ में एक माह की ट्रेनिंग दी गई। चालान अधिकारी की भूमिका और किस तरह चालान काटा जाए आदि जानकारी दी गई। ट्रेनिंग के बाद टीम लौट आई है।
ये है ई-चालान
यदि कोई वाहन चालक ट्रैफिक नियम तोड़ता है और पुलिस को चकमा देकर भाग जाता है तो उसके वाहन के नंबर को देखकर पता निकाला जाएगा। इसके बाद नियम तोडऩे पर उसका चालान काटकर डाक से उसके पते पर भेज दिया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति चालान का जुर्माना खुद जमा करने ट्रैफिक पुलिस कार्यालय में नहीं जाता है तो वाहन ट्रेस किया जाएगा। इसके बाद उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पहले ही दिन नेटवर्क की समस्या
बगैर इंटरनेट के ई-चालान नहीं किया जा सकता। कैंट एरिया में नेटवर्क कम और कई जगह बिल्कुल नहीं होने के कारण ई-चालान नहीं हो पाए।
इन्होंने कहा
ई-चालान शुरू होने से नियम तोडऩे वालों पर शिकंजा कसा जा सकेगा। इससे दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।
- संजीव कुमार बाजपेयी, ट्रैफिक एसपी।
गुरुवार से ई-चालान की शुरुआत
ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार से ई-चालान की शुरुआत की। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत शासन ने यातायात पुलिस को 64 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया है। यह रुपया डाक टिकट, लिफाफा व प्रिंट पर होने वाली लागत पर खर्च किया जाएगा। टीएसआइ डीडी दीक्षित ने बताया कि टीआइ सुनील कुमार सिंह व अनिल कुमार मिश्रा की टीमों ने पहले दिन 25 चालान किए। सबसे ज्यादा चालान सीट बेल्ट नहीं लगाने और रेड लाइट क्रॉस करने पर किए गए।
एंड्रायड करेगा सर्वर पर डाटा अपलोड
एंड्रायड मोबाइल में ई-चालान एप के जरिए चालान कटते ही डाटा यातायात पुलिस के सर्वर में अपडेट हो जाएगा। इसमें पुलिस अधिकारियों को भी पता चल जाएगा कि कितने पुलिसकर्मियों ने कितने, कहां और किस वाहन के कौन सा नियम तोडऩे पर चालान किए हैं।
हो सकती है कानूनी कार्रवाई
इलेक्ट्रॉनिक चालान यानी एक बार ई-चालान के शिकार हुए तो दोबारा पकड़ा जाना पहली बार से ज्यादा महंगा पड़ेगा। यानी, जुर्माना अधिक वसूला जाएगा। यदि तीसरी बार पकड़े गए तो मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई तक हो सकती है।
लखनऊ में हुई ट्रेनिंग
10 पुलिसकर्मियों को यातायात निदेशालय लखनऊ में एक माह की ट्रेनिंग दी गई। चालान अधिकारी की भूमिका और किस तरह चालान काटा जाए आदि जानकारी दी गई। ट्रेनिंग के बाद टीम लौट आई है।
ये है ई-चालान
यदि कोई वाहन चालक ट्रैफिक नियम तोड़ता है और पुलिस को चकमा देकर भाग जाता है तो उसके वाहन के नंबर को देखकर पता निकाला जाएगा। इसके बाद नियम तोडऩे पर उसका चालान काटकर डाक से उसके पते पर भेज दिया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति चालान का जुर्माना खुद जमा करने ट्रैफिक पुलिस कार्यालय में नहीं जाता है तो वाहन ट्रेस किया जाएगा। इसके बाद उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पहले ही दिन नेटवर्क की समस्या
बगैर इंटरनेट के ई-चालान नहीं किया जा सकता। कैंट एरिया में नेटवर्क कम और कई जगह बिल्कुल नहीं होने के कारण ई-चालान नहीं हो पाए।
इन्होंने कहा
ई-चालान शुरू होने से नियम तोडऩे वालों पर शिकंजा कसा जा सकेगा। इससे दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।
- संजीव कुमार बाजपेयी, ट्रैफिक एसपी।
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